विरोधिनी हिंसा –धर्म अथवा धर्मात्माओं पर विपत्ति आने पर उनकी रक्षा के लिए जो विरोधियों की हिंसा मजबूरी में करनी पड़ती है , उसे विरोधिनी हिंसा कहते हैं ।