पूर्व नाम श्री फूलचन्द जैन
ग्राम : कुंवरपुर, पन्ना (म.प्र.)
पिता, माता श्री उत्तमचन्द, राधा बाई जैन
जन्म, शिक्षा 02.07.77 /12 वीं
परिवार भाई-3, बहन 1 वैराग्य स्वाध्याय, सदुपदेश
ब्रह्मचर्य व्रत 20.01.97, भिण्ड (म.प्र.)
ऐलक दीक्षा 18.08.99 भिण्ड (म.प्र.)
नाम ऐ. श्री विश्रान्तसागर जी महाराज
मुनि दीक्षा 13.10.2000, शिखरजी (झार.)
नाम : मुनि श्री विश्रान्तसागर जी महाराज पुनः मु.
दीक्षा 27.02.12 सोनागिर सि.क्षे. (म.प्र.) प. पू. गणाचार्य श्री विरागसागर जी
दीक्षागुरु गुरुमुख से अध्ययन रुचि गोम्मटसार, तत्वार्थसूत्र, सर्वार्थसिद्धि, लब्धिसार द्रव्य संग्रह, समाधितंत्र, आदि अध्ययन, मनन, चिन्तन भिण्ड, शिखरजी, गयाजी, भोपाल चातुर्मास ललितपुर, बीना, टोंक, निवाई। नानाजी पिता क्षु कुन्दकुन्दसागरजी क्षु विश्वोत्तमसागरजी आपने सन् 2003 का वर्षायोग मुनि श्री विशुद्धसागर जी के साथ किया था। आपके कान में अत्यधिक पीड़ा रहती थी डा. का कहना था कि इनका आपरेशन जरूरी है यदि ऐसा नहीं हुआ तो कोई बडी बिमारी का शिकार बन सकते है अतः आपकी दीक्षा छेद हुई। में आप विश्रान्त भईया के रूप में साधना रत रहे थे। ,