पूज्यश्री का नाम – श्रमण मुनि श्री १०८ विहर्ष सागर जी महाराज
जन्मस्थान – बीना (सागर) म. प्र.
जन्मतिथि व दिनाँक – ७ मार्च, १९७० (रंग पंचमी)
जाति – जैन
गोत्र – गोलालारे
माता का नाम- श्रीमति आशा देवी जैन (समाधिस्थ—र्आियका १०५ समंति माताजी)
पिता का नाम- श्री दीपचंद जैन
लौकिक शिक्षा – १२ वीं कक्षा पास
आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत/प्रतिमा-व्रत ग्रहण करने का विवरण – आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत ललितपुर १९९४ में ३ प्रतिमाएँ आहार जी अतिशय क्षेत्र (म. प्र.) द्वारा – -परम पूज्य श्रमणाचार्य श्री १०८ विराग सागर जी महाराज
ऐलक दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान –२३ फरवरी, १९९६ देवेन्द्र नगर (पन्ना) म. प्र. पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में हुई।
ऐलक दीक्षा गुरु –परम पूज्य श्रमणाचार्य श्री १०८ विराग सागर जी महाराज
मुनि दीक्षा तिथि, दिनाँक व स्थान – १४ दिसम्बर, १९९८ अतिशय क्षेत्र बरासौजी (भिण्ड) म. प्र.
मुनि दीक्षा गुरु – परम पूज्य श्रमणाचार्य श्री १०८ विराग सागर जी महाराज
आचार्य/उपाध्याय/गणिनी आदि पदारोहण तिथि व स्थान – आचार्य पद २००५ को घोषण हो चुकी है। लेकिन पद के प्रति निर्लय भावना है। इसलिए आज तक आ. पर नहीं है।
साहित्यिक कृतित्व –. साहित्य या पुस्तक अपने नाम से छपवाने का त्याग है।
उपाधि – पद, उपाधि आदि लेने का त्याग है।
अन्य विशेष जानकारी – एक पेन का निमय है। मठ, आश्रम क्षेत्र आदि अपने नाम से नहीं बनवायेंगे नियम है।
संघ का संपर्क़ सूत्र (मोबाइल, फोन, ईमेल) – ०९९९९०४६१९६, ०९८११८०९०१९