[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला –ViraJnanodayaGrarnthamala Name of alarge Jain Granthmala(publishing centre)established in the year 1972 on the inspiration of GaniniShriGyanmatiMataji at Jambudvip – Hastinapur (Meerut). U.P. it is managed by ‘Digambar Jain TrilokShodhSansthan’ and nuber of jain treatises have been published and are being published form here. See the list of its all publications in the last of the dictionary. गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से सन १९७२ में स्थापित एवं दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, जम्बुद्वीप – हस्तिनापुर (मेरठ) उ. प्र. द्वारा संचालित एक ग्रंथमाला जिसके द्वारा सैकड़ो ग्रन्थ लाखो की संख्या में प्रकाशित हुए हैं ” जिनकी लिस्ट इस शब्दकोष के अंत में उपलब्ध हैं “