व्यायाम करना किसी भी आयु में लाभप्रद रहता है। व्यायाम हेतु कोई उम्र निश्चित नहीं होती। व्यायाम शरीर को चुस्ती देने के साथ शरीर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है और फालतू की चर्बी को भी नियंत्रण में रखता है ।व्यायाम पतले लोगों को स्फूर्ति प्रदान करता है और मोटे लोगों को ‘ फिगर’ ठीक बनाने में और शरीर को चुस्त रखने में सहायक होता है। यदि आप पहली बार व्यायाम शुरु करने जा रहें हैं तो डॉक्टर से शारीरिक जांच करवा लें और प्रारंभ में किसी विशेषज्ञ की देख रेख में व्यायाम शुरू करें। गलत तरीके से किया गया व्यायाम शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है। योगाभ्यास भी किसी विशेषज्ञ की देख—रेख में ही करें। जब आप और आपके अध्यापक को संतुष्टि हो जाये कि आप सही व्यायाम कर रहे हैं, उसके बाद अकेले उसका नियमित अभ्यास करें। प्रारंभ में किसी भी काम को रूटीन में लाते समय कुछ मुश्किलें आती हैं जैसे व्यायाम के लिए उचित समय निकालना, सुबह जल्दी उठना, शुरु में व्यायाम के बाद के शारीरिक दर्द को सहना आदि। प्रयास करें कि कम से अधिक के क्रम में आगे बढ़ें और धीरे—धीरे शरीर को नई आदतों का आदी बनने दें। अपनी क्षमता से अधिक कुछ भी करने का प्रयास न करें। व्यायाम करते समय अपने अंगों को सीधा रखते हुए जितना खींच सकते हैं , खीचें । जैसे ही किसी अंग में दर्द का आभास शुरू हो, उसे और आगे न बढ़ायें। उस व्यायाम को रोक दें। व्यायाम करते समय व्यायाम को बोझ समझकर न करें। तनावमुक्त और प्रसन्नचित्त होकर व्यायाम करें, व्यायाम करते समय पूरा ध्यान व्यायाम की तरफ रखें। व्यायाम सदा खुले आंगन या पार्कमें करें जहाँ आपको ताजी हवा और प्राकृतिक रोशनी मिल सके। यह ध्यान रखें कि जब भी व्यायाम करें, उससे पहले तीन घंटे तक कुछ ठोस न खायें। व्यायाम करते हुए तंग कपड़ों का प्रयोग न करें ऐसे वस्त्रों का प्रयोग करें जिनको पहन कर आप अपने शरीर के अंगों को सुविधानुसार घुमा फिरा सके। प्रारंभ में हल्के व्यायाम करें जिससे शरीर वार्म अप हो जाये। योग प्रारंभ करने से पूर्व कुछ सूक्ष्म क्रियाएं और स्ट्रेचिंग करें ताकि शरीर करने के लिए आसन तैयार हो जाए। अपनी क्षमता के अनुसार ही व्यायाम करें। क्षमता से अधिक व्यायाम स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।