शाश्वत – जो सदाकाल विद्यमान रहता है उसे शाश्वत कहते हैं । जैसे जैनधर्म शाश्वत है ,वैसे ही अयोध्या एवं सम्मेदशिखर तीर्थ शाश्वत माने जाते हैं ।