दशभक्त्यादिसंग्रह पुस्तक में लिखा है-
प्रलयकाल में १ हजार योजन नीचे की भूमि नष्ट होती (जल जाती) है। प्रलयकाल समयी अयोध्यानगर स्थान के सूचक नीचे चौबिस कमल तथा श्री सम्मेदशिखर जी स्थान के सूचक नीचे चौबीस स्वास्तिक ऐसे चिन्ह देवों के द्वारा किया जाता है।१