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शिरडी वाले पारस प्रभू!
June 13, 2020
भजन
jambudweep
शिरडी के पार्श्व प्रभु
तर्ज—ढपली वाले! ढपली बजा………………………
शिरडी वाले-पारस प्रभू, तेरे दर्शन से भक्तों के, हो… कि संकट शांत हों…..।।टेक.।।
मानव का जीवन, संघर्षमय है, उनसे न विचलित होना।
आ जावें संकट, तो भी सदा ही, प्रभु नाम मन में जपना-हो हो हो कि शिरडी में जाकर,
प्रभू पाश्र्व से तुम, सभी दुख सुखों को कहना।। शिरडी.।।१।।
सुनते हैं पारस, पत्थर को छूकर, लोहा भी सोना बनता।
लेकिन प्रभू पारस पद को छूकर, मानव है पारस बनता-हो हो हो
कि बनना है पारस तो, पारस प्रभू की, भक्ती में तन्मय होना।। शिरडी.।।२।।
सच्चे हृदय से सुमिरन करो तो, मनचाहा फल तुम पाओ।
शिरडी में जा करके ‘‘चन्दनामति’’,
पारस प्रभू को मनाओ-हो हो हो कि पारस हों मन में,
हों पारस वचन में, हे भक्तों! यही ध्यान रखना।। शिरडी.।।३।।
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