वीर निर्वाण संवत् २५४७ सन् २०२१ में दिव्यशक्ति, भारतगौरव, गणिनीप्रमुख आर्यिकाशिरोमणि श्री ज्ञानमती माताजी ससंघ के सान्निध्य में श्री अग्रवाल दिगम्बर जैन मन्दिर में विविध कार्यक्रम सम्पन्न हुए। जिसका विवरण इस प्रकार है-
(१) फाल्गुन शुक्ला १० से चैत्र कृ. १, दिनाँक-२४ मार्च से २९ मार्च २०२१ तक ‘सिद्धचक्र विधान’ हुआ, जिसे करने का सौभाग्य श्रीमती वन्दना जैन श्री अजय जैन गुड़गावा ने सपरिवार प्राप्त किया।
(२) फाल्गुन शु. १४ दिनांक २७ मार्च २०२१ ‘चारित्र चक्रवर्ती प्रथमाचार्य श्री शांतिसागर महाराज का १०२वां मुनि दीक्षा दिवस’ कार्यक्रम मनाया गया।
(३) चैत्र कृ. एकम् २९ मार्च २०२१ ‘परम पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी का ६९वाँ क्षुल्लिका दीक्षा दिवस’ कार्यक्रम मनाया गया।
(४) चैत्र कृ. अष्टमी, दिनाँक ४ अप्रैल २०२१ को ‘चक्रवर्ती श्री भरत ज्ञानस्थली तीर्थ’ पर पूज्य माता जी की प्रेरणा से ३१ फुट उत्तुंग भरतस्वामी की खड़गासन प्रतिमा की स्थापना हुई।
(५) चैत्र कृ. नवमी, दिनाँक ५ अप्रैल २०२१ ‘प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभदेव भगवान के जन्म, तपकल्याणक एवं चक्रवर्ती श्री भरत स्वामी के जन्मदिवस’ पर रथयात्रा, पंचामृत अभिषेक, तीस चौबीसी मंत्र आराधना, ऋषभदेव विधान आदि कार्यक्रम हुए। पूज्य माताजी ने आज के दिन ‘चक्रवर्ती भरत वर्ष’ मनाने की घोषणा की।
(६) चैत्र कृ. दशमी, दिनांक ६ अप्रैल २०२१ को ‘अयोध्या तीर्थ विकास योजना’ प्रारम्भ हुई।
(७) ज्येष्ठ कृ. छठ से ज्येष्ठ शु. एकम्, दिनांक ३१ मई से ११ जून २०२१ तक पूज्य गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से पूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चन्दनामती माताजी ने ‘राजधानी दिल्ली के जिनमन्दिरों का विधान’ रचकर सम्पन्न कराया। पारस चैनल एवं भगवान ऋषभदेव जूम चैनल के माध्यम से २०० से अधिक जिनमन्दिरों के दर्शन का सौभाग्य सभी ने घर बैठे प्राप्त किया।
(८) ज्येष्ठ कृ. १० से ज्येष्ठ कृ. १२ दिनांक ४ जून से ९ जून २०२१ तक ‘इन्द्रध्वज महामण्डल विधान’ श्री अनिल जैन, अतिशय जैन सपरिवार प्रीतविहार-दिल्ली ने किया।
(९) ज्येष्ठ कृ. १२, दिनांक ६ जून २०२१ को ‘गर्भ संस्कार शिविर’ पारस चैनल एवं ऋषभदेव जूम चैनल के माध्यम से हुआ जिसमें ६०० से अधिक लोगों ने भाग लिया, ५०० से अधिक मोबाईल खुले थे।
(१०) ज्येष्ठ कृ. १४, दिनांक ९ जून २०२१ ‘भगवान शांतिनाथ के जन्म, तप एवं मोक्षकल्याणक’ के अवसर पर १०८ कलशों से अभिषेक, पूजन एवं १६ किलो का निर्वाण लाडू चढ़ाया गया।
(११) ज्येष्ठ कृ. अमावस, दिनांक १० जून २०२१ ‘पूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चन्दनामती माता जी का ६४ वां जन्मदिवस’ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। ऋषभदेव जूम चैनल के माध्यम से अनेकों भक्तों ने विनयांजलि
अर्पित की।
(१२) सप्तम पट्टाचार्य श्री अनेकांतसागर जी महाराज का ससंघ चातुर्मास स्थापित श्री भरतज्ञानस्थली तीर्थ पर हुआ, लेकिन प्रवास अग्रवाल दिगम्बर जैन मन्दिर में रहा।
(१३) श्री अग्रवाल दिगम्बर जैन मन्दिर में प्रतिदिन संघ की प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक एवं शान्तिधारा हुई। संघस्थ ब्रह्मचारिणी बहनों ने ऋषभदेव विधान, शांतिविधान, शान्तिभक्ति विधान आदि अनेक विधान प्रतिदिन किए।
(१४) कोरोना काल में कोरोना को दूर करने के लिए एवं देश में शांति के लिए ‘महाव्याधि विनाशक मृत्युंजय विधान’ हुआ। प्रत्येक रविवार को ‘मनोकामना सिद्धि विधान’ सम्पन्न हुए।
(१५) कोरोना की शांति के लिए प्रतिदिन ‘महाशांतिधारा’ भी होती रही है।
(१६) आषाढ़ शु. एकम्, दिनांक ११ जलाई २०२१ को श्री अग्रवाल दिगम्बर जैन मन्दिर के अन्दर ‘ज्वालामालिनी देवी एवं पद्मावती देवी’ की स्थापना हुई।
(१७) कार्तिक कृ अमावस, दिनाँक ४ नवम्बर २०२१ को पूज्य गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की पावन प्रेरणा से निर्मित ‘पावापुरी रचना’ में भगवान महावीर स्वामी के चरणों का पंचामृत अभिषेक हुआ। एवं २४ किलों का निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। सप्तम पट्टाचार्य श्री अनेकांतसागर जी महाराज एवं गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ससंघ के सानिध्य में यह कार्यक्रम हुआ।
(१८) मगसिर कृ. २ दिनांक २१ नवम्बर २०२१ को पूज्य गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से निर्मित ‘भगवान ऋषभदेव कीर्तिस्तम्भ के भगवन्तों का महामस्तकाभिषेक’ सप्तम पट्टाचार्य श्री अनेकांतसागर जी महाराज एवं गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ससंघ सानिध्य में धूमधाम से सम्पन्न हुआ।
इन सभी कार्यक्रमों में श्री अग्रवाल दिगम्बर जैन मन्दिर के अध्यक्ष श्री मुकेश जैन, उपाध्यक्ष श्री राजेश जैन, ट्रस्टी श्री राजीव जैन, सुदर्शन जेैन, संजय जैन आदि का सहयोग प्राप्त हुआ। इसके साथ ही श्रीमती कुसुम जैन ध.प. श्री मुकेश जैन, श्रीमती सुनन्दा जैन ध.प. धीरेन्द्र जैन, श्रीमती रेखा जैन, श्रीमती मंजू जैन, कु. ऊर्जिता, कु. देशना जैन, श्रीमती आरती जैन ध.प. श्री विकास जैन एडवोकेट आदि का सहयोग भी सराहनीय रहा है।
श्री खण्डेलवाल दिगम्बर जैन मन्दिर राजाबाजार में भी सप्तम पट्टाचार्य श्री अनेकांतसागर जी महाराज, आचार्य श्री प्रज्ञसागर जी महाराज एवं गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ससंघ सानिध्य में क्षमावणी पर्व, भगवान महावीर का निर्वाण कल्याणक महोत्सव, २४ किलो का निर्वाण लाडू, मनोकामनासिद्धि विध्ाान, रथयात्रा आदि कार्यक्रम भी सम्पन्न हुए।
पारस चैनल एवं भगवान ऋषभदेव जूम चैनल के माध्यम से कोरोनाकाल में लाखों लोगों ने घर बैठे सभी कार्यक्रमों का लाभ प्राप्त किया।