श्री नाइचाकुर पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र
-फूलचंद चन्द्रकांत जैन (अध्यक्ष-नाइचाकर अतिशय क्षेत्र)
सोलापुर से ९० कि.मी. दूर, बस स्टैण्ड उमरगा से २० कि.मी. एवं नारंगवाड़ी से ७ कि.मी. दूर स्थित यह अतिशय क्षेत्र मराठवाड़ा संभाग में है। महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में स्थित यह क्षेत्र ५०० वर्ष पुराना है। यहाँ भगवान पार्श्वनाथ की अतिशय युुक्त सुंदर, मनोहारी, मुख्य प्रतिमा है। इच्छा पूर्ति के लिए यात्री भगवान पार्श्वनाथ एवं क्षेत्रपाल जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। क्षेत्रपाल जी का भी यहाँ बहुत महत्त्व है। यह क्षेत्र ‘‘भगवान पार्श्वनाथ व पंचभैरव क्षेत्रपाल दि. जैन अतिशय क्षेत्र’’ के नाम से पहचाना जाता है। भक्तों की यह मान्यता है कि यहाँ के मंदिर के दर्शन करने से सभी दु:ख दूर होते हैं। दूर-दूर से यात्रीगण आकर भगवान का दर्शन करके कृतार्थ हो जाते हैं। ‘‘भक्तों की इच्छापूर्ती करने वाले भगवान’’ ऐसी इस अतिशय क्षेत्र की ख्याति हैै। यह मंदिर पुराना है, जागृत देवस्थान है। भूकम्प आने से मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया है। नया मंदिर निर्माणाधीन है। वार्षिक मेला—वार्षिक यात्रा पौष कृष्णा अमावस्या को होती है। क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ—क्षेत्र पर मात्र १ हाल है। गेस्ट हाउस निर्माणाधीन है।