सेठ रोशन लाल जैन जी का जन्म 1917 में बागपत जनपद के खेकड़ा गॉव में हुआ था। खादी वस्त्रों से प्रेरित परिवार का पैतृक व्यवसाय भी खादी बनाना था। समाज के प्रति उत्तरदायित्व, उदारता और सेवानिष्ठा के कारण ही श्री रोशन लाल जैन जी “सेठजी” के नाम से सम्मान एवं ख्याति प्राप्त थे।
जैन धर्म और दर्शन में विशेष रुचि लेने वाले सेठ जी ने उन सिद्धान्तों को अपने जीवन के नियम बना लिये थे। गॉधीवादी विचारधारा के शान्त किन्तु जागरुक देशभक्त के रुप में स्वतन्त्रता आन्दोलन में पूरी भागीदारी की। जीवन के हर कदम पर इनकी धर्मपत्नी श्रीमति तारावती जैन जी का पूरा सहयोग व सहधर्मिता थीं।
श्रीमति तारावती जैन खेकड़े में ही जैन धर्म दर्शन इकाई की अध्यक्ष रही। विद्या, धर्म, व्यापार तीनों में अपेक्षित संतुलन बनाकर चलने का सिद्धान्त मानने वाले सेठजी अत्यंत सरल, मृदुभाषी और सहृदयता से सम्पन्न व्यक्तित्व के धनी थे।