षट् आवश्यक (श्रावक) – Sat Aavashyaka (Shraavaka). Six essential duties of Jaina followers. श्रावक के 6 आवश्यक कर्त्तव्य- दान, पूजा, गुरु की सेवा, स्वाध्याय, संयम और तप “