[[श्रेणी:शब्दकोष]]
संवेग – Sanvega.
Mental agitation, Instinct, To have fear with the sufferings of wordly life.
मन में उठने वाली भावना, अन्तःप्रेरणा, सम्यग्दर्शन के चार गुणों में से एक-संसार के दुःखों से नित्य डरते रहना अथवा पंचपरिवर्तन रूप संसार से भय उत्पन्न होना “