१. मोहान्ध — कंचन,कामिनी, कीर्ति, कुटुम्ब के मोहयाक्ष में जकड़ा प्राणी मोहान्ध है।
२. विषयान्ध — पाँचों इन्द्रियों के विषय में रचने—पचने वाला जीव विषयान्ध है।
३. मदान्ध — आठों प्रकार के मदों में चूर रहने वाला प्राणी मदान्ध है।
४. कषायान्ध — तीव्र कषायवश कलह, स्व—पर का घात करने वाला कषायान्ध है।
५. अज्ञानान्ध — अन्धविश्वासी होकर सबकी हाँ में हाँ करने वाला स्व—पर के भेद ज्ञान से रहित विवेक हीन अज्ञानान्ध है।