सभी जानते हैं कि सकारात्मक भावना से क्या अभिप्राय है। व्यक्ति का प्रसन्न रहना, हंसना, व हंसकर बात करना, उत्साहित बने रहना, अपने काम, घर, परिवार आय के साधनों से संमुष्ट हो कर जीवन बिताना ही सकारात्मक भावनाएं हैं। कहा गया है कि दिल को खुश रखने, सकारात्मक भावनाएं हैं। कहा गया है कि दिल को खुश रखने, सकारात्मक विचार रखने के कई लाभ हैं किंतु जहां दिल को बीमारी से बचाये रखने की बात है, वहीं सकारात्मक सोच बड़ी काम की चीज है। हम तो कहेंगे कि यह सब ये बड़ा फायदा है। यूरोपियन हार्ट जर्नल में जनवरी फरवरी २०१० को एक शोध का जिक्र है। ब्रिटिश अध्ययन करने वाले डा. करीना डेविडसन लिखते हैं जो लोग सकारात्मक भावना पैदा कर लेते हैं उन्हें दिल की बीमारी का खतरा कम होता है। ब्रिटिश अध्ययन हमें इसी दिशा में चलने की सलाह देता है। कोलंबिया विश्वविद्यालय मेडिकल सेंटर के डा. डेविडसन ने इस तरह कहा है हमारी टीम ने १७३९ वयस्कों पर १० वर्ष तक गहन अध्ययन किया। हमने इस शोध के दौरान पाया कि सकारात्मक भावना दिल की बीमारी का जोखिम २२ प्रतिशत तक घटा देती है। तो यदि आप दिल के मरीज हैं तो खुश रहने की हर संभव कोशिश करें। कभी निराश न हों। सदा ही अच्छा अच्छा सोचें। यदि आप को दिल की बीमारी नहीं हैं, तब भी यहां दिये शोध को ध्यान में रख उसका पालन करें जिस से दिल की बीमारी पास ही फटक पाए। उठाएं लाभ इस शोध का।