[[श्रेणी:शब्दकोष]]
सत्यप्रवाद – Satyapravaada.
A part of early canons ( the 6th part of Purvagat Shrut) containing description of 12 type of languages & 10 types of speeches.
पूर्वगत श्रुत का छठवां भेद ” इसमें 1 करोड़ पद है, जिसमे 12 प्रकार की भाषाएँ तथा 10 प्रकार के वचनों का कथन किया गया है “