माला की जिन मणियों से जाप करना हो या धारण करना हो वे निर्दोष होनी चाहिए अर्थात् गोल, चिकने, ठोस अथवा समानुपातिक कोण के होने चाहिए। यदि मणियां सदोष हैं तो उनके निम्न दुष्परिणाम हो सकते हैं—
१. टूटा मोती — मन की चंचलता , व्याकुलता
२. गड्ढेदार मोती — स्वास्थ्य व धन हानि
३. चोंचदार मोती — पुत्र कष्ट एवम् वंश हानि
४. चपटा मोती — चिंतावर्धक, दु:खदायक
५. रेखादार मोती — यश एवम् ऐश्वर्य नाशक
६. जोड़युक्त मोती — भयवर्धक, हृदयघातक
७. लहरदार मोती — उद्विग्नतादायक
८. लंबा बेडोल मोती — बल, बुद्धि नाशक
९. आभाहीन मोती — निर्धनता दायक
१०. त्रिकोणात्मक मोती — नपुंसकता दायक
११. चतुष्कोणात्मक मोती — पत्नि नाशक
१२. ताम्र रंग का मोती — परिवार नाशक
१३. रक्तिम मोती — वपत्ति दायक