सफलता कभी किसी की बपौती नहीं होती। यह संकल्प और मेहनत का फल होती है और किसी की भी हमसफर बन सकती है । सफलता कोई स्वर्ग से टपकने वाली चीज नहीं है, बल्कि चिंतन और कर्म का सकारात्मक योग है। प्रसिद्ध मानव व्यवहार विज्ञानी माइकेल जैफरेज ने तमाम सफल लोगों के साक्षात्कार से सफलता के आठ सूत्र निकाले हैं, जो किसी के लिए भी लाभदायक हो सकते हैं। एक, अपने जीवन की सौ फीसदी जिम्मेदारी स्वयं लें। नतीजा अच्छा हो, तब भी और सबसे बड़ी बात यह है कि नतीजा बुरा हो, उस समय भी किसी और को जिम्मेदार न ठहराएं। दो, किसी खास उद्देश्य के लिए जीवन जिएं। मकसद जीवन को अर्थ देते हैं और निरर्थक जीवन की सफलता का कोई बड़ा अर्थ नहीं होता है। तीन, अपने सपनों की कीमत चुकाने के लिए तैयार रहें। अक्सर कहा जाता है। कुछ पाने के लिये कुछ खोना पड़ता है। अगर आप अपना लक्ष्य पाने के लिए बाकी कुछ भी खोने को तैयार हैं, तभी लक्ष्य के प्रति आपकी गंभीरता पता चलेगी। सफलता बिना गंभीरता के हासिल नहीं हो सकती। चार, किसी भी हालत में अपने लक्ष्य पर अडिग रहें। न तो राह की बाधाओं से डिगें और न राह की छोटी—बड़ी नाकामियों से। बिना बाधा और नाकामी के मिली कामयाबी का मूल्य ज्यादा बड़ा नहीं होता। पांच, जिस किसी भी क्षेत्र में आप सक्रिय हैं, उसके विशेषज्ञ बनिए। छ:, लक्ष्य तक पहुँचने के लिए जो उपलब्धियां चाहिए, उनके लिए ठोस कार्य–योजना बनाएं। सात, किसी कार्य को कभी (कल पर) न छोड़ें। आठ, कभी काम में या काम की पहल में देरी मत करें। उनका दावा है कि यदि आप नियम से इन सूत्रों पर जीवन में अमल करें, तो सफलता आपके पास आना तय है। सक्सेस गुरू वेन्यू डेयर मानते हैं कि अगर आप चरणबद्ध तरीके से जीवन जीते हैं तो सफलता ही नहीं, संतोष भी आपके पास आएगा।