समाचार शब्द के चार अर्थ हैं –रागद्वेष रहित प्रवृत्ति को समाचार कहते हैं अथवा निरतिचार मूलगुणों का आचरण समाचार है अथवा प्रमत्तसंयत आदि मुनियों का अहिंसादिरूप आचार समाचार है अथवा सब क्षेत्रों में कायोत्सर्ग आदि आचारों का पालन करना समाचार है।
समाचार के दो भेद हैं –औघिक और पदविभागिक। सामान्य आचार को औघिक कहते हैं-इसके दश भेद हैं। सूर्योदय से प्रारंभ कर अहोरात्र तक मुनियों का जितना आचार है, वह सब पदविभागिक है। उसके अनेक भेद हैं।