१.बड़े बच्चों व महिलाओं के लिये— जौ का आटा, बेसन और थोड़ा तेल मिलाकर पानी डालें। उबटन तैयार है। यह उबटन सभी उम्र व सभी ऋतुओं में उपयोगी रहता है। पुरुषों के लिए उबटन में जौ का आटा अधिक एवम् बेसन कम मिलाना चाहिए।
२. रुखी त्वचा के लिये— उपरोक्त उबटन में दूध की मलाई और कच्चा दूध मिलायें। पोश्ते के दाने २० ग्राम, बादाम गूदी ५ नग, मसूर की दाल ५० ग्राम भिगोकर बारीक पीसकर उपरोक्त उबटन में मिलायें इससे भी त्वचा का रूखापन दूर होकर नाड़ी तंत्र बल वृद्धि प्राप्त करता है।
३. मांसपेशियों में जकड़ व तैलीय त्वचा के लिये— दाल चीनी— तेजपात, सहजन की छाल, कूट, बच एवम् सौंफ ५—५ ग्राम लेकर चूर्ण बनाकर कांजी में भिगों दें तैयार चटनी को उपरोक्त उबटन (जौ का आटा, बेसन, दही, तेल से बने उबटन) में मिलाकर प्रयोग करें।
४. शिशुओं के लिए— गेहूं का आटा चौथाई भाग, बेसन चौथाई भाग सेंककर उसमें दूध की मलाई एवम् जैतून का तेल मिलायें। सर्दी में अगर का चूरा और केशर तथा गर्मी में चंदन घिसकर मिलायें।