जो लोग धूम्रपान करते हैं, उनके विचार से धूम्रपान करने से ठंड नहीं लगती, इसी कारण वे सर्दी में अधिक धूम्रपान करते हैं जिससे धुआं फैफड़ों व सांस की नली को क्षति पहुंचाता है व खांसी का रोग उस व्यक्ति को बुरी तरह जकड़ लेता है। सर्दी में धूम्रपान बहुत हानिकारक है। सर्दी में अधिकांश व्यक्तियों को जुकाम में परेशान होते देखा जाता है। यह बीमारी आमतौर पर गलत रहन सहन व गलत खान पान से होती है। प्रस्तुत है सर्दी में रोगों से बचने हेतु कुछ विशेष सुझाव— गुनगुने पानी से रोजाना स्नान करना अत्यंत आवश्यक है। ठंड लगने के कारण स्नान करना न छोड़े। मैले वस्त्र न पहनें, अंदरूनी वस्त्रों को प्रतिदिन बदलें। नंगे पैर कदापि न चलें, पैरों को जुराबों से ढक कर ही रखें। चाय, कॉफी का अधिक सेवन न करें । ठंड के प्रकोप से बचने के लिये ऊनी व गर्म कपड़े पहनें। खांसी जुकाम होने पर तुरंत उपचार कराएं क्योंकि ये रोग पुराने हो जाए तो गंभीर समस्या पैदा हो सकती है। रात को गर्म दूध के साथ खजूर का सेवन अत्यंत लाभदायक है। भोजन में अदरक का प्रयोग भी लाभदायक है।