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सर्वार्थ के सुत सिद्धार्थ, की ले बारात, चले वैशाली!
June 17, 2020
भजन
jambudweep
सर्वार्थ के सुत
तर्ज—चल दिया छोड़ परिवार……
सर्वार्थ के सुत सद्धार्थ, की ले बारात, चले वैशाली कुण्डलपुर के नर नारी।। टेक.।।
इक राजवधू यहाँ आएगी, नूतन इतिहास बनाएगी।
यह सोच के खुश सिद्धार्थ की माता प्यारी, कुण्डलपुर के नर नारी।।१।।
कुण्डलपुर से बारात चली, वैशाली के प्रांंगण पहुँची।
व
हाँ ब्याही चेटक पुत्री राजकुमारी, कुण्डलपुर के नर नारी।।२।।
नृप चेटक की पुत्री त्रिशला, सिद्धारथ की रानी त्रिशला।
महावीर को देकर जन्म बनी माँ प्यारी, कुण्डलपुर के नर नारी।।३।।
छब्बिस सौ वर्षों की घटना, सिद्धार्थ पुत्र महावीर बना।
वह बना विरागी वीर बाल ब्रह्मचारी, कुण्डलपुर के नर नारी।।४।।
तप कर कैवल्य को प्राप्त किया, पावापुरि से निर्वाण लिया।
‘‘चन्दनामती” प्रभु बने सिद्ध पदधारी, कुण्डलपुर के नर नारी।।५।।
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