Name of a eulogical hymn written by Acharya Amitgati.
आचार्य अमितगति (ई॰ 983-1023)कृत 32 संस्कृत पद्यवद्ध समता भावरूप पाठ । यह सामायिकपाठ जैन श्रद्धालु भक्त वैसे तो बड़ी श्रद्धा के साथ पढ़ते हैं किन्तु आचारग्रन्थों ( अनगारधर्मामृत-आचारसार- मूलाचार आदि ) में सामायिकपाठ अपर नाम देववंदना की विधि अलग ही है जिसे पढ़कर विधिवत् सामायिक करने विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है ।