मोबाइल फोन जहां सुविधाजनक है, वहीं यह उपयोग करने वाले व्यक्ति के शरीर पर काफी दुष्प्रभाव भी डालता है। हाल ही में यूरोप में मोबाइल फोन के कारण शरीर पर होने वाले दुष्प्रभावों का पता लगाने के लिए एक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन की जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले लोगों को काफी सावधानी बरतनी चाहिए,क्योंकि इससे कोशिका में मौजूद डी.एन.ए. को काफी नुकसान पहुंचता है। यूरोप के सात देशों में करीब चार साल तक चले इस अध्ययन से यह पता चला है कि मोबाइल फोन से निकलने वाले रेडिएशन या विकिरण के कारण कोशिकाओं में मौजूद डी एन ए क्षतिग्रस्त हो जाता है। जर्मनी के शोध संस्थान वेरम के प्रैंज एडल्कोफर ने बताया कि इन विकिरणों के कारण डी एन ए के स्ट्रैंड पट्टियां टूट जाते हैं। इस तरह की क्षति कैंसर में भी होती है।मोबाइल के अधिक उपयोग के साथ ही यह क्षति बढ़ती जाती है। अध्ययन करने वाले साक्ष्य नहीं मिले हैं। गुणसूत्रों के क्षतिग्रस्त होने से कोशिकाओं के विभाजन की दर काफी बढ़ जाती है और यह ट्यूमर का कारण बनती है। कोशिकाओं को यह नुकसान प्रति किलो ०.३ और दो वॉट के बीच की तीव्रता वाले विकिरण के कारण हुआ था। मोबाइल फोन से उत्सर्जित होने वाला विकिरण प्रति किलो ०.२ से एक वाट तक के स्तर का होता है तो कोशिका के लिए नुकसानदायक है। एल्डकोपर ने बताया कि मोबाइल फोन वाले ये परीक्षण सौ से अधिक बार किए गए और उन सबसे यही बात सामने आई कि इन फोन से निकलने वाले विकिरण के कारण कोशिकाओं का डी एन ए क्षतिग्रस्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस विषय में और अध्ययन की जरूरत है और अभी तो मैं सिर्पक यही कहूंगा कि मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले लोग थोड़ी सावधानी बरतें तो बेहतर होगा।