पद्म सरोवर के पश्चिम द्वार से सिन्धु नदी निकलती है। पर्वत पर ही थोड़ी दूर चलकर नदी के बीच में विकसित कमल सदृश वैडूर्य मणिमय नाल से युक्त एक उत्तम कूट है इसका सारा वर्णन पूर्ववत् है इस भवन में ‘‘लवणा’’ नामकी देवी रहती है। इसमें भी तोरण द्वार, सिन्धु कूट, आदि का वर्णन गंगा नदी के तुल्य ही समझना चाहिए, अंतर इतना ही है कि सिन्धु कूट में सिन्धु देवी का निवास है और यह नदी पश्चिम समुद्र में प्रभास तीर्थ के ऊपर गिरती है।