Name of a great writer who is famous in both Digambar & Shvetambar sects.
सन्मति सूत्र और कुछ द्वात्रिंषकायों के रचयिता । ये दिगम्बर-श्वेताम्बर दोनों आम्नाओं में प्रसिद्ध है। समय- वि0 625 । कुछ लोग कल्याण मंदिर स्तोत्र के रचियता कुमुदचन्द्र आचार्य का अपरनाम भी ’सिद्धसेन’ मानते है।