The commentary treatise written by Ganini Aryika Shri \gyanmati Mataji on ‘Shatkhandagam Granth’ in Sanskrit language.
गणिनी आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी द्वारा षट्खण्डागम ग्रंथ के प्राकृत सूत्रों पर रचित संस्कृत टीका (सन 1995 से प्रारम्भ करके वर्तमान सन् 2004 में 13 वीं पुस्तक की टीका का कार्य पूज्य माताजी द्वारा किया जा चुका है।) इन ग्रन्थों का हिन्दी अनुवाद प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी द्वारा किया जा रहा है।