The daughter of kind Janak, the wife of Ram.
राजा जनक की पुत्री, राम की पत्नी, वनवास में राम के संग गयी । रावण इसे हरकर ले गया, रावण द्वारा अनक प्रलोभन एवं भय दिखाने पर भी अपने शील में अडिग रहीं । अंत में राम के द्वारा अग्निपरीक्षा लेने पर विरक्त हो उसमें सफल हुई और आर्यिका पृथिवीमती माताजी से दीक्षित हो गई और 62 वर्ष पर्यन्त तपकर समाधिमरण किया तथा 16 वे स्वर्ग में प्रतीन्द्र हुई।