प्रश्न – क्या सती सीता पृथ्वी में समा गई थीं ?
उत्तर – जैन रामायण-पद्मपुराण, पउमचरिउ आदि ग्रंथों में लिखा है कि महाराजा दशरथ की माता का नाम ‘पृथ्वीमती’ था। वे दीक्षा लेकर आर्यिका-जैन साध्वी बनी थीं। सीता महासती अग्निपरीक्षा के बाद केशलोंच करके आर्यिका माता श्री पृथिवीमती साध्वी के पास जाकर आर्यिका दीक्षा लेकर साध्वी बन गई थीं तथा घोरातिघोर तपश्चरण करके स्त्रीलिंग से छूटकर सोलहवें स्वर्ग में प्रतीन्द्र हुई हैं।