Name of a grat Acharya (omniscient) after Lord Mahavira.
श्रुतावतार की पटटावली के अनुसार भगवान महावीर के पश्चात् तीन अनुबद्ध केवलियों में दूसरे अनुबद्ध केवली, जिस दिन गौतम स्वामी को मोक्ष प्राप्त हुआ था उसी दिन सुधर्माचार्य को केवलज्ञान प्राप्त हुा था । इनका अपरनाम लोहार्य था । समय- ई0 पू0 515-503 ।