The disciple of Shankaracarya, the writer of ‘Naishkarmya Sidhi’and other treatises.
शंकराचार्य के शिष्य (समय-ई0 820), इन्होने नैष्कर्म्य सिद्धि, वृहदारण्यक उपनिषद भाष्य ग्रंथ लिखे है।