सूर्य के उदय निषध और नील पर्वत पर ६३, हरि और रम्यक क्षेत्रों में २ तथा लवण समुद्र में ११९ हैं। ६३ ± २ ± ११९ · १८४ हैं। इस प्रकार १८४ उदय स्थान होते हैं।