सूर्य का विमान योजन का है। यदि १ योजन में ४००० मील के अनुसार गुणा किया जाये तो ३१४७ मील का होता है एवं चन्द्रमा का विमान योजन अर्थात् ३६७२ मील का है।
शुक्र का विमान १ कोश का है। यह बड़ा कोश लघु कोश से ५०० गुणा है। अत: ५०० २ मील से गुणा करने पर १००० मील का आता है। इसी प्रकार आगे—
ताराओं के विमानों का सबसे जघन्य प्रमाण कोश अर्थात् २५० मील का है। (देखिये चार्ट नं-४)