[[श्रेणी:शब्दकोष]]
स्यंदन – Syammdana.
Splendourous chariots of Cghakravarties (emperors).रथ-चक्रवर्ती बलदेवो के चढ़ने योग्य जो होते है एवं सर्व आयुधों से परिपूर्ण पवन के समान वेग वाले, धुर के टूट जाने पर भी जिनके चक्करो की रचना इस प्रकार की होती है कि गमनागमन मे बाधा नही पड़ती वे स्यंदन कहलाती है।