जीवन में है स्वास्थ्य के तीन प्रमुख आयाम। पौष्टिक भोजन, संयमी और प्रतिदिन व्यायाम।।
प्रात: जल सेवन करें, और दोपहर में छाछ । दूध गुनगुना रात्रि में व्याधि न आती पास।।
हरी, बरी और करी है, शत्रु स्वास्थ्य के तीन। विजय मिले जो इन्द्रियों, को रखे निज आधीन।।
खाद्य पेय कुछ भी नहीं, आज मिल रहा शुद्ध केवल माँ का दूध ही, होता पूर्ण विशुद्ध ।।
अपने शिशु को कराती, जो माँ स्तन पान। उनके शिशु रहते सदा, बुद्धिमान, बलवान।।
पेय पदार्थो में सभी, जल होता है श्रेष्ठ जल जीवन है सभी का, जीव जन्तु या सृष्टि ।
सूर्योदय से पूर्व जल, पीता तीन गिलास। वैद्य कभी आते नहीं, उस मानव के पास।।
नकारात्मक सोचना, और मानसिक तनाव। दे जाते बीमारियाँ, हमें थोक के भाव।।