हमारी हथेली में कई प्रकार की रेखाएँ और चिन्ह आदि निर्मित होते हैं, जो जीवन की सम्पूर्ण घटनाओं को प्रकट करते हैं। देखिये—
चौकोर — यदि हाथ की हथेली में किसी भी ओर से आकर भिन्न—भिन्न चार रेखाएं मिलकर एक चौकोर की रचना करें तो जातक किसी निश्चित अवस्था तक निरंतर प्रगति करता है, उसके पश्चात वह स्थित अवस्था में ही उस प्राप्त उपलब्धि को सम्हालते हुए सुख, ऐश्वर्य एवं भौतिक साधनों को भोगता है।