नवीनतम शोधों से पता चला है कि भारत में हृदय रोग होने की संभावना दूसरे देशों से बहुत अधिक है, जिसका कारण डायबिटिज, मोटापा व शारीरिक श्रम की कमी है। यही नहीं, तनाव के कारण लोगों को ३० से ४० वर्ष की आयु में ही हृदय रोग हो जाते हैं। तनाव के कारण बहुत—सी स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग आदि हो जाते हैं। भारत में अनुमानत: तीन करोड़ से अधिक लोग हृदय रोग से पीड़ित हैं और लगभग २५ लाख से अधिक लोग हृदयघात के कारण हर वर्ष मृत्यु का शिकार बन जाते हैं इसलिए यह बहुत जरूरी है कि ३० वर्ष की आयु के पश्चात् अपनी खान—पान की आदतों में बदलाव लाया जाए और शारीरिक श्रम के प्रति आलस्य का रूख न अपनाया जाये। आपका शरीर जितना चुस्ती फुर्ती से कार्य करेगा, आप उतने ही स्वस्थ रहेंगे।