दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर (मेरठ) उ.प्र. की प्रणेता गणिनीप्रमुख आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी के संघस्थ कर्मयोगी ब्र.रवीन्द्र कुमार जी, जो कि क्षेत्र के अध्यक्ष हैं। इनकी देव-शास्त्र-गुरु के प्रति समर्पणभावना प्रशंसनीय है। आप सरल स्वभावी, व्यवहार कुशल, कर्मठ कार्यकर्ता हैं एवं विशेषकर गुरुभक्ति से आपका हृदय सदैव ओतप्रोत रहता है।
आप तीर्थक्षेत्रों के उद्धार एवं प्रगति में रुचि रखते हैं तथा स्वयं की ओर शुभमय उपयोग की तटस्थता रखते हुए शुभ भावना बनाए रखते हैं। सन् २००९ में जब मैं संघ सहित हस्तिनापुर पहुँचा, तब मुझे इनका वास्तविक व्यक्तित्व और कृतित्व देखकर हार्दिक प्रसन्नता हुई। वास्तव में रवीन्द्र कुमार जी की अटूट गुरुभक्ति को देखकर सहज ही मेरे मन से सदा उनके लिए वात्सल्यपूर्वक ‘‘राजा श्रेयांस’’ की उपमा निकलती है।
मुझे बड़ी प्रसन्नता है कि जम्बूद्वीप धर्मपीठ के नूतन पीठाधीश स्वस्तिश्री कर्मयोगी रवीन्द्रकीर्ति स्वामी जी के रूप में आप श्रेष्ठ पद पर दिनाँक २०-११-२०११ को आसीन हुए हैं। यथासंभव यथाशक्ति धर्माराधना एवं धर्मसाधना के साथ धर्मप्रभावना में आगे बढ़ते रहें एवं संस्थान के धर्मायतन में वृद्धि होवे। आप स्वस्थ एवं चिरंजीवी होवें, इसी भावना के साथ धर्मवृद्धिरस्तु मंगलमय दिव्य आशीर्वाद।