जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर स्थित दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान के तत्त्वावधान में स्वस्तिश्री कर्मयोगी पीठाधीश रवीन्द्रकीर्ति स्वामी जी महाराज के विगत २० नवम्बर २०११ को द्वितीय पीठाधीश घोषित किए जाने के साथ-साथ पीठाधीश पदारोहण समारोह का प्रसारण अत्यंत रोचक एवं प्रेरणादायी सिद्ध हुआ है। इससे जनमानस को ऊर्जा प्राप्त हुई है, जिसका सर्वत्र स्वागत हो रहा है। आज के समाज के लिए इस प्रकार का उद्बोधन आवश्यक है।
इससे समाज अपनी जीवनशैली परिवर्तित करके सहजता, सरलता, मधुरता और कार्यकुशलता के क्षेत्र में परिपक्व हो सकता है और समाज सुधार की दिशा में यह मील का पत्थर सिद्ध होगा। स्वामी जी के सम्मान में नत-मस्तक होकर उनका आदर करता हूँ और यह इच्छा व्यक्त करता हूँ कि वे पीठाधीश के रूप में समाज-सुधार का कार्य करें, जिससे हम सभी सुखी और सम्पन्न हो सकेगे।