तीस चौबीसी एवं विद्यमान बीस तीर्थंकर भगवान आज हमारा और आपका सौभाग्य है कि शास्त्रों में पांच भरत व पांच ऐरावत के आर्यखंडों में चतुर्थकाल में होने वाले भूत, वर्तमान व भविष्यकालीन तीर्थंकर भगवंतों के नाम पाये गये हैं। उन्हीं के अनुसार मैंने ये ५ भरत, ५ ऐरावत के ऐसे १० ² ३ · ३० चौबीसी के नाममंत्र यहां दे दिये हैं। इसी प्रकार पांच महाविदेहों के ४—४ नाम प्राप्त होने से उनके ५ ² ४ · २० नाममंत्र भी दे दिये हैंं। ये बीस तीर्थंकर भगवान आज भी वहां—वहां विदेह क्षेत्रों में विद्यमान हैं। ये समवसरण में विराजमान हैंं। इसीलिये इन्हें विद्यमान अथवा विहरमाण तीर्थंकर भी कहते हैं। इस प्रकार २४ ² ३० · ७२० तीर्थंकर। ७२० + २० · ७४०—सात सौ चालीस तीर्थंकर भगवंतों को मेरा अनंतानंत बार नमस्कार होवे। तीस चौबीसी के सात सौ बीस वन्दना मंत्र (७२० वन्दना मंत्र) मंगलाचरण दोहा ढाई द्वीप में पण भरत, ऐरावत भी पंच। इनमें तीनों काल के, तीर्थंकर भगवंत।।१।। इन चौबीसी तीस के, सात शतक अरु बीस। नाम मंत्र उनके जपूँ, नमूँ नमाकर शीश।।२।।
१. ॐ ह्रीं श्री निर्वाणतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सागरतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री महासाधुतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री विमलप्रभतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री श्रीधरतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री सुदत्ततीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री अमलप्रभतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री उद्धरतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री अंगिरतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री सन्मतितीर्थंकराय नम:। कृतिकर्म विधि २४८ / अमृतर्विषणी टीका वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला श्री गौतम गणधर वाणी ११. ॐ ह्रीं श्री िंसधुतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री कुसुमाँजलितीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री शिवगणतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री उत्साहतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री ज्ञानेश्वरतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री परमेश्वरतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री विमलेश्वरतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री यशोधरतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री कृष्णतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री ज्ञानमतितीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री शुद्धमतितीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री भद्रतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री अतिक्रांततीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री शांततीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री वृषभतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री अजिततीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री संभवतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री अभिनंदनतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सुमतितीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री पद्मप्रभतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री सुपाश्र्वतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री चन्द्रप्रभतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री पुष्पदंततीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री शीतलतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री श्रेयोतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री वासुपूज्यतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री विमलतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री अनंतनाथतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री धर्मनाथतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री शांतिनाथतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री वुंâथुनाथतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अरनाथतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री मुनिसुव्रततीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री नमिनाथतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री नेमिनाथतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री महावीरतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री महापद्मतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सुरदेवतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सुपाश्र्वतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री स्वयंप्रभतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सर्वात्मभूततीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री देवपुत्रतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री कुलपुत्रतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री उदंकतीर्थंकराय नम:। श्री गौतम गणधर वाणी अमृतर्विषणी टीका / २४९ ९. ॐ ह्रीं श्री प्रौष्ठिलतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री जयर्कीिततीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री मुनिसुव्रततीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री अरनाथतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री निष्पापतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री निष्कषायतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री विपुलतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री निर्मलतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री चित्रगुप्ततीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री समाधिगुप्ततीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री स्वयंभूतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री अनिवर्तकतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री जयनाथतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री विमलतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री देवपालतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री अनंतवीर्यतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री पंचरूपतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री जिनधरतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सांप्रतिकतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री ऊर्जयंततीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री आधिक्षायिकतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अभिनंदनतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री रत्नसेनतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री रामेश्वरतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री अनंगोज्झिततीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री विन्यासतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अशेषतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुविधानतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री प्रदत्ततीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री कुमारतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री सर्वशैलतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री प्रभंजनतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सौभाग्यनाथतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री व्रतिंवदुतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सिद्धकरतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री ज्ञानशरीरतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री कल्पद्रुमतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री तीर्थफलेशतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री दिनकरतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री वीरप्रभतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री बालचंद्रतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सुव्रततीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री अग्निसेनतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री नंदिसेनतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री श्रीदत्ततीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री व्रतधरतीर्थंकराय नम:। कृतिकर्म विधि २५० / अमृतर्विषणी टीका वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला श्री गौतम गणधर वाणी ७. ॐ ह्रीं श्री सोमचन्द्रतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री धृतदीर्घतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री शतायुष्यतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री विवसिततीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री श्रेयोतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री विश्रुतजलतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री िंसहसेनतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री उपशांततीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री गुप्तशासनतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री अनंतवीर्यतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अभिधानतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री मरुदेवतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री श्रीधरतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री शामवंâठतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री अग्निप्रभतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री अग्निदत्ततीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री वीरसेनतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्रीसिद्धार्थतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री विमलतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री जयघोषतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री नंदिसेनतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री स्वर्गमंगलतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री वङ्कााधारीतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री निर्वाणतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री धर्मध्वजतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री सिद्धसेनतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री महासेनतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री रविमित्रतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सत्यसेनतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री चंद्रनाथतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री महीचंद्रतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री श्रुतांजनतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री देवसेनतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सुव्रतनाथतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री जिनेंद्रनाथतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सुपाश्र्वतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री सुकौशलतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री अनंतनाथतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री विमलतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री अमृतसेनतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री अग्निदत्ततीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री रत्नप्रभतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री अमितनाथतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री संभवनाथतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री अकलंकतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री चंद्रस्वामितीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री शुभंकरतीर्थंकराय नम:। श्री गौतम गणधर वाणी अमृतर्विषणी टीका / २५१ ७. ॐ ह्रीं श्री तत्त्वनाथतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री सुंदरस्वामितीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री पुरंधरतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री स्वामिदेवतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री देवदत्ततीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री वासवदत्ततीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री श्रेयोनाथतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री विश्वरूपतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री तपस्तेजोतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री श्रीपतिबोधदेवतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सिद्धार्थदेवतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री संयमतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री विमलतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री देवेन्द्रतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री प्रवरनाथतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री विश्वसेनतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री मेघनंदितीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री त्रिजेतृकतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री युगादिदेवतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सिद्धांततीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री महेशनाथतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री परमार्थनाथतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री समुद्धरतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री भूधरनाथतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री उद्योततीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री आर्जवतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री अभयनाथतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री अप्रवंâपतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री पद्मनाथतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री पद्मनंदितीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री प्रियंकरतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री सुकृतनाथतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री भद्रनाथतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री मुनिचंद्रतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री पंचमुष्टितीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री त्रिमुष्टितीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री गांगिकनाथतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री गणनाथतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सर्वांगदेवतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मेंद्रनाथतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री इन्द्रदत्ततीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री नायकनाथतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री श्रीसिद्धार्थतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सम्यग्गुणतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री जिनेन्द्रदेवतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री संपन्ननाथतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सर्वस्वामितीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री मुनिनाथतीर्थंकराय नम:। कृतिकर्म विधि २५२ / अमृतर्विषणी टीका वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला श्री गौतम गणधर वाणी ७. ॐ ह्रीं श्री विशिष्टदेवतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री अमरनाथतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मशांतितीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री पर्वनाथतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अकामुकदेवतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री ध्याननाथतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री कल्पतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री संवरनाथतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री स्वास्थ्यनाथतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री आनंदनाथतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री रविप्रभतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री चंद्रप्रभतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सुनंदतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री सुकर्णदेवतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सुकर्मदेवतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री अममदेवतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री शाश्वतनाथतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री वङ्कास्वामितीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री उदत्ततीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सूर्यस्वामितीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री पुरुषोत्तमतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री शरणस्वामितीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अवबोधतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री विक्रमतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री निर्घंटिकतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री हरीन्द्रतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री परित्रेरिततीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री निर्वाणसूरितीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री धर्महेतुतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री चतुर्मुखतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री सुकृतेंद्रतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री श्रुताम्बुतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री विमलार्वâतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री देवप्रभतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री धरणेंद्रतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सुतीर्थनाथतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री उदयानंदतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सर्वार्थदेवतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री र्धािमकतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री क्षेत्रस्वामितीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री हरिचंद्रतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री अपश्चिमतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री पुष्पदंततीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री अर्हदेवतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री चरित्रनाथतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सिद्धानंदतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री नंदगतीर्थंकराय नम:। श्री गौतम गणधर वाणी अमृतर्विषणी टीका / २५३ ७. ॐ ह्रीं श्री पद्मवूâपतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री उदयनाभितीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री रुकमेंदुतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री कृपालुतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री प्रौष्ठिलतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सिद्धेश्वरतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री अमृतेन्दुतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री स्वामिनाथतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री भुवनिंलगतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री सर्वरथतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री मेघनंदतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री नंदिकेशतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री हरिनाथतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री अधिष्ठतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री शांतिकदेवतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री नंदीस्वामितीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री कुंदपाश्र्वतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री विरोचनतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री प्रवरवीरतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री विजयप्रभतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सत्पदतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री महामृगेंद्रतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री िंचतामणितीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अशोकितीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री द्विमृगेन्द्रतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री उपवासिकतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री पद्मचंद्रतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री बोधवेंâदुतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री चिताहिमतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री उत्साहिकतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री अपाशिवतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री देवजलतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री नारिकतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री अनघतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री नागेंद्रतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री नीलोत्पलतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अप्रवंâपतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री पुरोहिततीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री िंभदकनाथतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री निर्वाचतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री विरोषिकतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री वृषभनाथतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री प्रियमित्रतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री शांतिनाथतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री सुमितनाथतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री आदिनाथतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अतिव्यक्ततीर्थंकराय नम:। कृतिकर्म विधि २५४ / अमृतर्विषणी टीका वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला श्री गौतम गणधर वाणी ७. ॐ ह्रीं श्री कलासेनतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री कर्मजित्तीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री प्रबुद्धतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री प्रव्रजिततीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री सुधर्मतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री तमोदीपतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री वङ्कानाथतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री बुद्धनाथतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री प्रबंधदेवतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री अतीतनाथतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री प्रमुखतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री पल्योपमतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अकोपतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री निष्ठिततीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री मृगनाभितीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री देवेन्द्रतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री पदस्थतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री शिवनाथतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री विश्वचंद्रतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री कपिलतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री वृषभदेवतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री प्रियतेजोतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री प्रशमतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री विषमाँगतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री चारित्रनाथतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री प्रभादित्यतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री मुंजकेशतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री वीतवासतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री सुराधिपतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री दयानाथतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सहस्रभुजतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री जिनिंसहतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री रैवतनाथतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री बाहुस्वामितीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री श्रीमालितीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अयोगदेवतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अयोगिनाथतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री कामरिपुतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री आरंभतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री नेमिनाथतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री गर्भज्ञातितीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री एर्कािजततीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री रक्तकेशतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री चक्रहस्ततीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री कृतनाथतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री परमेश्वरतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सुर्मूिततीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री मुक्तिकांततीर्थंकराय नम:। श्री गौतम गणधर वाणी अमृतर्विषणी टीका / २५५ ७. ॐ ह्रीं श्री निकेशितीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री प्रशस्ततीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री निराहारतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री अमूर्ततीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री द्विजनाथतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री श्रेयोगततीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री अरुजनाथतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री देवनाथतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री दयाधिकतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री पुष्पनाथतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री नरनाथतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री प्रतिभूततीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री नागेन्द्रतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री तपोधिकतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री दशाननतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री आरण्यकतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री दशानीकतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री सात्विकतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री सुमेरुतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री जिनकृततीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री वैâटभनाथतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री प्रशस्तदायकतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री निर्दमनतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री कुलकरतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री वर्धमानतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री अमृतेंदुतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री संख्यानंदतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री कल्पकृततीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री हरिनाथतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री बहुस्वामितीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री भार्गवतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री भद्रस्वामितीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री पविपाणितीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री विपोषिततीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मचारितीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री असाक्षिकतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री चारित्रेशतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री पारिणामिकतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री शाश्वतनाथतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री निधिनाथतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री कौशिकतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री धर्मेशतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री साधिततीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री जिनस्वामितीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री स्तमितेन्द्रतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री अत्यानंदतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री पुष्पोत्पुâल्लतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री मंडिततीर्थंकराय नम:। कृतिकर्म विधि २५६ / अमृतर्विषणी टीका वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला श्री गौतम गणधर वाणी ७. ॐ ह्रीं श्री प्रहतदेवतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री मदनसिद्धतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री हसिंदद्रतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री चंद्रपाश्र्वतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अब्जबोधतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री जिनबल्लभतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सुविभूतिकतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री ककुद्भासतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री सुवर्णनाथतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री हरिवासकतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री प्रियमित्रतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री धर्मदेवतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री प्रियरततीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री नंदिनाथतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री अश्वानीकतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री पर्वनाथतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री चित्रहृदयतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री रवीन्दुतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सौकुमारतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री पृथ्वीवान्तीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्रीकुलरत्नतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री धर्मनाथतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री सोमनाथतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री वरुणतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री अभिनंदनतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री सर्वनाथतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री सुदृष्टितीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री शिष्टतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुधन्यतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सोमचंद्रतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री क्षेत्राधीशतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री सदंतिकनाथतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री जयंतदेवतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री तमोरिपुतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री र्नििमतदेवतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री कृतपाश्र्वतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री बोधिलाभतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री बहुनंदतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री सुदृष्टितीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री वुंâकुमनाभतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री वक्षेशतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री दमनेंद्रतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री मूर्तस्वामितीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री विरागस्वामितीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री प्रलंबतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री पृथ्वीपतितीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री चारित्रनिधितीर्थंकराय नम:। श्री गौतम गणधर वाणी अमृतर्विषणी टीका / २५७ ७. ॐ ह्रीं श्री अपराजिततीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री सुबोधकतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री बुद्धीशतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री वैतालिकतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री त्रिमुष्टिनाथतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री मुनिबोधतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री तीर्थस्वामितीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री धर्मधीशतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री धरणेशतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री प्रभवदेवतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री अनादिदेवतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अनादिप्रभुतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री सर्वतीर्थनाथतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री निरुपमदेवतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री कौमारिकतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री विहारगृहतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री धरणीश्वरतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री विकासदेवतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री जगन्नाथतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री प्रभासनाथतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री स्वरस्वामीतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री भरतेशतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री दीर्घाननतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री विख्यातर्कीिततीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री अवसानितीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री प्रबोधतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री तपोनाथतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री पावकतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री त्रिपुरेश्वरतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सौगततीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री वासवतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री मनोहरतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री शुभकर्मईशतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री इष्टसेविततीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री विमलेंद्रतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री धर्मवासतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री प्रसादतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री प्रभामृगांकतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री उज्झितकलंकतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री स्फटिकप्रभतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री गजेन्द्रतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री ध्यानजयतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री वसंतध्वजतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री त्रिजयंततीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री त्रिस्तंभतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री परब्रह्मतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री अबालिशतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री प्रवादितीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री भूमानन्दतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री त्रिनयनतीर्थंकराय नम:। कृतिकर्म विधि २५८ / अमृतर्विषणी टीका वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला श्री गौतम गणधर वाणी ९. ॐ ह्रीं श्री विद्वानतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री परमात्मप्रसंगतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री भूमीन्द्रतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री गोस्वामीतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री कल्याणप्रकाशिततीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री मंडलतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री महावसुतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री उदयवानतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री दिव्यज्योतिजिनेन्द्राय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री प्रबोधेशतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अभयांकतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री प्रमिततीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री दिव्यस्फारकतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री व्रतस्वामितीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री निधानतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री त्रिकर्मातीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री कृतिनाथतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री उपविष्टतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री देवादित्यतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री आस्थानिकतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री प्रचंद्रतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री वेषिकतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री त्रिभानुतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री वङ्काांगतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री अविरोधीतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अपापतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री लोकोत्तरतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री जलधिशेषतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री विद्योततीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री सुमेरुतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री विभाविततीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री वत्सलतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री जिनालयतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री तुषारतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री भुवनस्वामितीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सुकामतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री देवाधिदेवतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री अकारिमतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री िंबबिततीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री शंकरतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री अक्षवासतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री नग्नतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री नग्नाधिपतितीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री नष्टपाखंडतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री स्वप्नवेदतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री तपोधनतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री पुष्पकेतुतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री र्धािमकतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री चंद्रकेतुतीर्थंकराय नम:। श्री गौतम गणधर वाणी अमृतर्विषणी टीका / २५९ ११. ॐ ह्रीं श्री अनुरक्तज्योतितीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री वीतरागतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री उद्योततीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री तपोपेक्षतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री मधुनादतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री मरुदेवतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री दमनाथतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री वृषभस्वामितीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री शिलातनतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री विश्वनाथतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री महेन्द्रतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री नंदतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री तमोहरतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मजतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री यशोधरतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री सुकृतनाथतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री अभयघोषतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री निर्वाणतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री व्रतवासतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री अतिराजतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री अश्वदेवतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री अर्जुनतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री तपश्चन्द्रतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री शारीरिकतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री महेशतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुग्रीवतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री दृढप्रहारतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री अम्बरीकतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री दयातीततीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री तुम्बरतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सर्वशीलतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री प्रतिजाततीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री जितेन्द्रियतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री तपादित्यतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री रत्नाकरतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री देवेशतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री लांछनतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री सुप्रदेशतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री पद्मचन्द्रतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री रत्नांगतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री अयोगिकेशतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री सर्वार्थतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री ऋषिनाथतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री हरिभद्रतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री गुणाधिपतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री पारत्रिकतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री ब्रह्मनाथतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री मुनीन्द्रतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री दीपकतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री रार्जिषतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री विशाखदेवतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री अिंनदिततीर्थंकराय नम:। कृतिकर्म विधि २६० / अमृतर्विषणी टीका वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला श्री गौतम गणधर वाणी १५. ॐ ह्रीं श्री रविस्वामितीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री सोमदत्ततीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री जयस्वामितीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री मोक्षनाथतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अग्रभासतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री धनु:संगतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री रोमांचकतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री मुक्तिनाथतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री प्रसिद्धनाथतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री जितेशतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री सर्वांगस्वामितीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री पद्माकरतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री प्रभाकरतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री बलनाथतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री योगीश्वरतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री सूक्ष्मांगतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री व्रतचलातीततीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री कलंबकतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री परित्यागतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री निषेधिकतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री पापापहारितीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुस्वामितीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री मुक्तिचंद्रतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री अप्राशिकतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री जयचंद्रतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री मलाधारितीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सुसंयततीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री मलयिंसधुतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अक्षधरतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री देवधरतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री देवगणतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री आगमिकतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री विनीततीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री रतानंदतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री प्रभावकतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री विनतेंद्रतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री सुभावकतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री दिनकरतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री अगस्त्येजीतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री धनदत्ततीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री पौरवतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री जिनदत्ततीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री पाश्र्वनाथतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री मुनििंसधुतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री आस्तिकतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री भवानीकतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री नृपनाथतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री नारायणतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री प्रशमौकतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री भूपतितीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सुदृष्टितीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री भवभीरुतीर्थंकराय नम:। श्री गौतम गणधर वाणी अमृतर्विषणी टीका / २६१ १९. ॐ ह्रीं श्री नंदनतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री भार्गवतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री सुवसुतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री परावशतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री वनवासीकतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री भरतेशतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री उपशांततीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री फाल्गुणतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री पूर्वासतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री सौधर्मतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री गौरिकतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री त्रिविक्रमतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री नरिंसहतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री मृगवसुतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री सोमेश्वरतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री सुधासुरतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री अपापमल्लतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री विवाधतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री संधिकस्वामितीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री मान्धात्रतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री अश्वतेजोतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री विद्याधरतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री सुलोचनतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री मौननिधितीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री अम्बरीकतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री चित्रगणतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री मणििंरद्रतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री सर्वकालतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री भूरिश्रवणतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री पुण्यांगतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री गांगेयकतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री नल्लवासवतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री भीमतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री दयाधिकतीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री सुभद्रतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री स्वामितीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री हनिकतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री नंदिघोषतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री रूपबीजतीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री वङ्कानाथतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री संतोषतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री सुधर्मतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री फणीश्वरतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री वीरचन्द्रतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री मेधानिकतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री स्वच्छनाथतीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री कोपक्षयतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री अकामतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री धर्मधामतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री सूक्तिसेनतीर्थंकराय नम:। कृतिकर्म विधि २६२ / अमृतर्विषणी टीका वीर ज्ञानोदय ग्रंथमाला श्री गौतम गणधर वाणी २१. ॐ ह्रीं श्री क्षेमंकरतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री दयानाथतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री र्कीितपतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री शुभंकरतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्री अदोषिकतीर्थंकराय नम:। २. ॐ ह्रीं श्री वृषभदेवतीर्थंकराय नम:। ३. ॐ ह्रीं श्री विनयानंदतीर्थंकराय नम:। ४. ॐ ह्रीं श्री मुनिभारततीर्थंकराय नम:। ५. ॐ ह्रीं श्री इंद्रकतीर्थंकराय नम:। ६. ॐ ह्रीं श्री चंद्रकेतुतीर्थंकराय नम:। ७. ॐ ह्रीं श्री ध्वजादित्यतीर्थंकराय नम:। ८. ॐ ह्रीं श्री वसुबोधतीर्थंकराय नम:। ९. ॐ ह्रीं श्री मुक्तिगततीर्थंकराय नम:। १०. ॐ ह्रीं श्री धर्मबोधतीर्थंकराय नम:। ११. ॐ ह्रीं श्री देवांगतीर्थंकराय नम:। १२. ॐ ह्रीं श्री मारीचिकतीर्थंकराय नम:। १३. ॐ ह्रीं श्री सुजीवनतीर्थंकराय नम:। १४. ॐ ह्रीं श्री यशोधरतीर्थंकराय नम:। १५. ॐ ह्रीं श्री गौतमतीर्थंकराय नम:। १६. ॐ ह्रीं श्री मुनिशुद्धितीर्थंकराय नम:। १७. ॐ ह्रीं श्री प्रबोधिकतीर्थंकराय नम:। १८. ॐ ह्रीं श्री सदानीकतीर्थंकराय नम:। १९. ॐ ह्रीं श्री चारित्रनाथतीर्थंकराय नम:। २०. ॐ ह्रीं श्री शतानंदतीर्थंकराय नम:। २१. ॐ ह्रीं श्री वेदार्थतीर्थंकराय नम:। २२. ॐ ह्रीं श्री सुधानीकतीर्थंकराय नम:। २३. ॐ ह्रीं श्री ज्योतिर्मुखतीर्थंकराय नम:। २४. ॐ ह्रीं श्री सुराघ्र्यतीर्थंकराय नम:।
१. ॐ ह्रीं श्रीसीमंधरजिनेंद्राय नम:, २. ॐ ह्रीं श्रीयुगमंधरजिनेन्द्राय नम:, ३. ॐ ह्रीं श्रीबाहुजिनेन्द्राय नम:, ४. ॐ ह्रीं श्रीसुबाहुजिनेंद्राय नम:, ५. ॐ ह्रीं श्रीसंजातकजिनेन्द्राय नम:, ६. ॐ ह्रीं श्रीस्वयंप्रभजिनेन्द्राय नम:, ७. ॐ ह्रीं श्रीऋषभाननजिनेन्द्राय नम:, ८. ॐ ह्रीं श्री अनंतवीर्यजिनेंद्राय नम:, ९. ॐ ह्रीं श्रीसूरिप्रभजिनेन्द्राय नम:, १०. ॐ ह्रीं श्रीविशालर्कीितजिनेन्द्राय नम:, ११. ॐ ह्रीं श्रीवङ्काधरजिनेन्द्राय नम:, १२. ॐ ह्रीं श्रीचंद्राननजिनेंद्राय नम:, १३. ॐ ह्रीं श्रीचंद्रबाहुजिनेन्द्राय नम:, १४. ॐ ह्रीं श्रीभुजंगमजिनेन्द्राय नम:, १५. ॐ ह्रीं श्री—ईश्वरजिनेंद्राय नम:, १६. ॐ ह्रीं श्रीनेमिप्रभजिनेन्द्राय नम:, १७. ॐ ह्रीं श्रीवीरसेनजिनेन्द्राय नम:, १८. ॐ ह्रीं श्रीमहाभद्रजिनेन्द्राय नम:, १९. ॐ ह्रीं श्रीदेवयशोजिनेन्द्राय नम:, २०. ॐ ह्रीं श्री अजितवीर्यजिनेन्द्राय नम:।