चैत्र, वैशाख आदि महिनों में से किसी भी महीने में यह व्रत किया जा सकता है, व्रत के दिन श्री आदिनाथ भगवान का पंचामृत अभिषेक तथा पूजन करना चाहिए, साथ ही निम्न मंत्र जाप्य करें—
ॐ ह्रीं श्री ऋषभदेवाय गोमुख यक्ष चक्रेश्वरी यक्षी सहिताय नम:।
पुन: सहस्रनाम पूजा व सहस्रनाम के १००८ मंत्र करें, १००८ मंत्रों में पुष्पांजलि क्षेपण कर सकते हैं अथवा लौंग या पुष्पों से भी १००८ मंत्रों से आराधना कर सकते हैंं।
प्रत्येक व्रत में कम से कम १-१ मंत्र की पूजा एवं जाप्य करें।
जैसे- ॐ ह्रीं श्रीमज्जिनेन्द्र! अत्र एहि एहि संवौषट् आह्वाननं।
ॐ ह्रीं श्रीमज्जिनेन्द्र! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठ: स्थापनं।
ॐ ह्रीं श्रीमज्जिनेन्द्र! अत्र मम सन्निहितो भव भव वषट् सन्निधीकरणं।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: जलं निर्वपामीति स्वाहा।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: चंदनं निर्वपामीति स्वाहा।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: अक्षतं निर्वपामीति स्वाहा।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: पुष्पं निर्वपामीति स्वाहा।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: नैवेद्यं निर्वपामीति स्वाहा।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: दीपं निर्वपामीति स्वाहा।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: धूपं निर्वपामीति स्वाहा।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: फलं निर्वपामीति स्वाहा।
ॐ ह्रीं श्रीमते नम: अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा।
शांतये शांतिधारा, दिव्य पुष्पांजलि:।
जाप्य-ॐ ह्रीं श्रीमते नम:। ‘‘यह जाप्य करें।’’
इसी प्रकार क्रम से प्रत्येक व्रत में एक-एक नाम की पूजा और जाप्य करें। अनंतर णमोकार मंत्र की भी १ जाप्य करें और श्रुतपूजा, गुरुपूजा करके शासन देव-देवी को यथायोग्य अर्घ्य समर्पित करें, पुन: मंगल आरती करें। व्रतों के दिन ब्रह्मचर्य व्रत पालना चाहिए। उत्तम विधि उपवास, मध्यम विधि नीरस पेय, कांजी आदि ग्रहण करना तथा जघन्य विधि एकाशन है। १००८ व्रतों के पूर्ण होने के बाद यथाशक्ति उद्यापन करें। सहस्रनाम विधान करके १००८ नैवेद्य व १००८ कमल पुष्प चढ़ावें तथा १००८ कलशों से महाभिषेक करें। चतुर्विध संघ को चतुर्विध दान देवें।
१००८ व्रतों के पृथक्-पृथक् १००८ जाप्य-
१. ॐ ह्रीं श्रीमते नम:
२. ॐ ह्रीं स्वयंभुवे नम: ३. ॐ ह्रीं वृषभाय नम: ४. ॐ ह्रीं शंभवाय नम: ५. ॐ ह्रीं शंभवे नम:
६. ॐ ह्रीं आत्मभुवे नम:
७. ॐ ह्रीं स्वयंप्रभाय नम: ८. ॐ ह्रीं प्रभवे नम:
९. ॐ ह्रीं भोक्त्रे नम:
१०. ॐ ह्रीं विश्वभुवे नम: ११. ॐ ह्रीं अपुनर्भवाय नम: १२. ॐ ह्रीं विश्वात्मने नम:
१३. ॐ ह्रीं विश्वलोकेशाय नम: १४. ॐ ह्रीं विश्वतश्चक्षुषे नम: १५. ॐ ह्रीं अक्षराय नम: १६. ॐ ह्रीं विश्वविदे नम: १७. ॐ ह्रीं विश्वविद्येशाय नम:
१८. ॐ ह्रीं विश्वयोनये नम:
१९. ॐ ह्रीं अनश्वराय नम:
२०. ॐ ह्रीं विश्वदृश्वने नम:
२१. ॐ ह्रीं विभवे नम:
२२. ॐ ह्रीं धात्रे नम:
२३. ॐ ह्रीं विश्वेशाय नम:
२४. ॐ ह्रीं विश्वलोचनाय नम:
२५. ॐ ह्रीं विश्वव्यापिने नम:
२६. ॐ ह्रीं विधये नम:
२७. ॐ ह्रीं वेधसे नम:
२८. ॐ ह्रीं शाश्वताय नम:
२९. ॐ ह्रीं विश्वतोमुखाय नम: ३०. ॐ ह्रीं विश्वकर्मणे नम:
३१. ॐ ह्रीं जगज्जेष्ठाय नम:
३२. ॐ ह्रीं विश्वमूर्त्तये नम:
३३. ॐ ह्रीं जिनेश्वराय नम:
३४. ॐ ह्रीं विश्वदृशे नम:
३५. ॐ ह्रीं विश्वभूतेशाय नम:
३६. ॐ ह्रीं विश्वज्योतिषे नम:
३७. ॐ ह्रीं अनीश्वराय नम:
३८. ॐ ह्रीं जिनाय नम:
३९. ॐ ह्रीं जिष्णवे नम:
४०. ॐ ह्रीं अमेयात्मने नम:
४१. ॐ ह्रीं विश्वरीशाय नम:
४२. ॐ ह्रीं जगत्पतये नम:
४३. ॐ ह्रीं अनंतजिते नम:
४४. ॐ ह्रीं अिंचत्यात्मने नम:
४५. ॐ ह्रीं भव्यबंधवे नम:
४६. ॐ ह्रीं अबंधनाय नम:
४७. ॐ ह्रीं युगादिपुरुषाय नम: ४८. ॐ ह्रीं ब्रह्मणे नम:
४९. ॐ ह्रीं पंचब्रह्ममयाय नम:
५०. ॐ ह्रीं शिवाय नम:
५१. ॐ ह्रीं पराय नम:
५२. ॐ ह्रीं परतराय नम:
५३. ॐ ह्रीं सूक्ष्माय नम:
५४. ॐ ह्रीं परमेष्ठिने नम:
५५. ॐ ह्रीं सनातनाय नम:
५६. ॐ ह्रीं स्वयंज्योतिषे नम:
५७. ॐ ह्रीं अजाय नम:
५८. ॐ ह्रीं अजन्मने नम:
५९. ॐ ह्रीं ब्रह्मयोनये नम:
६०. ॐ ह्रीं अयोनिजाय नम:
६१. ॐ ह्रीं मोहारिविजयिने नम: ६२. ॐ ह्रीं जेत्रे नम:
६३. ॐ ह्रीं धर्मचक्रिणे नम:
६४. ॐ ह्रीं दयाध्वजाय नम:
६५. ॐ ह्रीं प्रशान्तारये नम:
६६. ॐ ह्रीं अनंतात्मने नम:
६७. ॐ ह्रीं योगिने नम:
६८. ॐ ह्रीं योगीश्वरार्चिताय नम: ६९. ॐ ह्रीं ब्रह्मविदे नम:
७०. ॐ ह्रीं ब्रह्मतत्त्वज्ञाय नम:
७१. ॐ ह्रीं ब्रह्मोद्याविदे नम:
७२. ॐ ह्रीं यतीश्वराय नम:
७३. ॐ ह्रीं शुद्धाय नम:
७४. ॐ ह्रीं बुद्धाय नम:
७५. ॐ ह्रीं प्रबुद्धात्मने नम:
७६. ॐ ह्रीं सिद्धार्थाय नम:
७७. ॐ ह्रीं सिद्धशासनाय नम: ७८. ॐ ह्रीं सिद्धाय नम:
७९. ॐ ह्रीं सिद्धांतविदे नम:
८०. ॐ ह्रीं ध्येयाय नम:
८१. ॐ ह्रीं सिद्धसाध्याय नम:
८२. ॐ ह्रीं जगद्धिताय नम:
८३. ॐ ह्रीं सहिष्णवे नम:
८४. ॐ ह्रीं अच्युताय नम:
८५. ॐ ह्रीं अनंताय नम:
८६. ॐ ह्रीं प्रभविष्णवे नम:
८७. ॐ ह्रीं भवोद्भवाय नम:
८८. ॐ ह्रीं प्रभूष्णवे नम:
८९. ॐ ह्रीं अजराय नम:
९०. ॐ ह्रीं अजर्याय नम:
९१. ॐ ह्रीं भ्राजिष्णवे नम:
९२. ॐ ह्रीं धीश्वराय नम:
९३. ॐ ह्रीं अव्ययाय नम:
९४. ॐ ह्रीं विभावसवे नम:
९५. ॐ ह्रीं असंभूष्णवे नम:
९६. ॐ ह्रीं स्वयंभूष्णवे नम:
९७. ॐ ह्रीं पुरातनाय नम:
९८. ॐ ह्रीं परमात्मने नम:
९९. ॐ ह्रीं परंज्योतिषे नम:
१००. ॐ ह्रीं त्रिजगत्परमेश्वराय नम:
(२)
१. ॐ ह्रीं दिव्यभाषापतये नम: २. ॐ ह्रीं दिव्याय नम: ३. ॐ ह्रीं पूतवाचे नम: ४. ॐ ह्रीं पूतशासनाय नम: ५. ॐ ह्रीं पूतात्मने नम: ६. ॐ ह्रीं परमज्योतिषे नम:
७. ॐ ह्रीं धर्माध्यक्षाय नम: ८. ॐ ह्रीं दमीश्वराय नम: ९. ॐ ह्रीं श्रीपतये नम: १०. ॐ ह्रीं भगवते नम: ११. ॐ ह्रीं अर्हते नम:
१२. ॐ ह्रीं अरजसे नम:
१३. ॐ ह्रीं विरजसे नम: १४. ॐ ह्रीं शुचये नम:
१५. ॐ ह्रीं तीर्थकृते नम: १६. ॐ ह्रीं केवलिने नम: १७. ॐ ह्रीं ईशानाय नम: १८. ॐ ह्रीं पूजार्हाय नम:
१९. ॐ ह्रीं स्नातकाय नम: २०. ॐ ह्रीं अमलाय नम: २१. ॐ ह्रीं अनंतदीप्तये नम:
२२. ॐ ह्रीं ज्ञानात्मने नम:
२३. ॐ ह्रीं स्वयंबुद्धाय नम:
२४. ॐ ह्रीं प्रजापतये नम:
२५. ॐ ह्रीं मुक्ताय नम:
२६. ॐ ह्रीं शक्ताय नम:
२७. ॐ ह्रीं निराबाधाय नम:
२८. ॐ ह्रीं निष्कलाय नम:
२९. ॐ ह्रीं भुवनेश्वराय नम:
३०. ॐ ह्रीं निरंजनाय नम:
३१. ॐ ह्रीं जगज्ज्योतिषे नम:
३२. ॐ ह्रीं निरूक्तोक्तये नम:
३३. ॐ ह्रीं अनामयाय नम:
३४. ॐ ह्रीं अचलस्थितये नम:
३५. ॐ ह्रीं अक्षोभ्याय नम:
३६. ॐ ह्रीं कूटस्थाय नम:
३७. ॐ ह्रीं स्थाणवे नम:
३८. ॐ ह्रीं अक्षयाय नम:
३९. ॐ ह्रीं अग्रण्ये नम:
४०. ॐ ह्रीं ग्रामण्ये नम:
४१. ॐ ह्रीं नेत्रे नम:
४२. ॐ ह्रीं प्रणेत्रे नम:
४३. ॐ ह्रीं न्यायशास्त्रकृते नम: ४४. ॐ ह्रीं शास्त्रे नम:
४५. ॐ ह्रीं धर्मपतये नम:
४६. ॐ ह्रीं धर्म्याय नम:
४७. ॐ ह्रीं धर्मात्मने नम:
४८. ॐ ह्रीं धर्मतीर्थकृते नम:
४९. ॐ ह्रीं वृषध्वजाय नम:
५०. ॐ ह्रीं वृषाधीशाय नम:
५१. ॐ ह्रीं वृषकेतवे नम:
५२. ॐ ह्रीं वृषायुधाय नम:
५३. ॐ ह्रीं वृषाय नम:
५४. ॐ ह्रीं वृषपतये नम:
५५. ॐ ह्रीं भर्त्रे नम:
५६. ॐ ह्रीं वृषभाज्रय नम:
५७. ॐ ह्रीं वृषोद्भवाय नम:
५८. ॐ ह्रीं हिरण्यनाभये नम:
५९. ॐ ह्रीं भूतात्मने नम:
६०. ॐ ह्रीं भूतभृते नम:
६१. ॐ ह्रीं भूतभावनाय नम: ६२. ॐ ह्रीं प्रभवाय नम: ६३. ॐ ह्रीं विभवाय नम: ६४. ॐ ह्रीं भास्वते नम: ६५. ॐ ह्रीं भवाय नम:
६६. ॐ ह्रीं भावाय नम:
६७. ॐ ह्रीं भवान्तकाय नम: ६८. ॐ ह्रीं हिरण्यगर्भाय नम: ६९. ॐ ह्रीं श्रीगर्भाय नम:
७०. ॐ ह्रीं प्रभूतविभवाय नम: ७१. ॐ ह्रीं अभवाय नम: ७२. ॐ ह्रीं स्वयंप्रभवे नम:
७३. ॐ ह्रीं प्रभूतात्मने नम: ७४. ॐ ह्रीं भूतनाथाय नम: ७५. ॐ ह्रीं जगत्पतये नम:
७६. ॐ ह्रीं सर्वादये नम:
७७. ॐ ह्रीं सर्वदिशे नम:
७८. ॐ ह्रीं सार्वाय नम:
७९. ॐ ह्रीं सर्वज्ञाय नम:
८०. ॐ ह्रीं सर्वदर्शनाय नम:
८१. ॐ ह्रीं सर्वात्मने नम:
८२. ॐ ह्रीं सर्वलोकेशाय नम:
८३. ॐ ह्रीं सर्वविदे नम:
८४. ॐ ह्रीं सर्वलोकजिते नम:
८५. ॐ ह्रीं सुगतये नम:
८६. ॐ ह्रीं सुश्रुताय नम:
८७. ॐ ह्रीं सुश्रुते नम:
८८. ॐ ह्रीं सुवाचे नम:
८९. ॐ ह्रीं सूरये नम:
९०. ॐ ह्रीं बहुश्रुताय नम:
९१. ॐ ह्रीं विश्रुताय नम:
९२. ॐ ह्रीं विश्वत: पादाय नम: ९३. ॐ ह्रीं विश्वशीर्षाय नम:
९४. ॐ ह्रीं शुचिश्रवसे नम:
९५. ॐ ह्रीं सहस्रशीर्षाय नम:
९६. ॐ ह्रीं क्षेत्रज्ञाय नम:
९७. ॐ ह्रीं सहस्राक्षाय नम:
९८. ॐ ह्रीं सहस्रपदे नम:
९९. ॐ ह्रीं भूतभव्यभवद्भर्त्रे नम: १००. ॐ ह्रीं विश्वविद्यामहेश्वराय नम:
(३)
१. ॐ ह्रीं स्थविष्ठाय नम: २. ॐ ह्रीं स्थविराय नम ३. ॐ ह्रीं ज्येष्ठाय नम: ४. ॐ ह्रीं प्रष्ठाय नम: ५. ॐ ह्रीं प्रेष्ठाय नम: ६. ॐ ह्रीं वरिष्ठधिये नम:
७. ॐ ह्रीं स्थेष्ठाय नम: ८. ॐ ह्रीं गरिष्ठाय नम: ९. ॐ ह्रीं बंहिष्ठाय नम: १०. ॐ ह्रीं श्रेष्ठाय नम: ११. ॐ ह्रीं अणिष्ठाय नम: १२. ॐ ह्रीं गरिष्ठगिरे नम:
१३. ॐ ह्रीं विश्वभृते नम: १४. ॐ ह्रीं विश्वसृजे नम: १५. ॐ ह्रीं विश्वेशे नम:
१६. ॐ ह्रीं विश्वभुजे नम: १७. ॐ ह्रीं विश्वनायकाय नम: १८. ॐ ह्रीं विश्वाशिषे नम:
१९. ॐ ह्रीं विश्वरूपात्मने नम: २०. ॐ ह्रीं विश्वजिते नम: २१. ॐ ह्रीं विजितान्तकाय नम:
२२. ॐ ह्रीं विभवाय नम: २३. ॐ ह्रीं विभयाय नम: २४. ॐ ह्रीं वीराय नम:
२५. ॐ ह्रीं विशोकाय नम:
२६. ॐ ह्रीं विजराय नम:
२७. ॐ ह्रीं अजरते नम:
२८. ॐ ह्रीं विरागाय नम:
२९. ॐ ह्रीं विरताय नम:
३०. ॐ ह्रीं असङ्गाय नम:
३१. ॐ ह्रीं विविक्ताय नम:
३२. ॐ ह्रीं वीतमत्सराय नम:
३३. ॐ ह्रीं विनेयजनताबन्धवे नम: ३४. ॐ ह्रीं विलीनाशेषकल्मषाय नम: ३५. ॐ ह्रीं वियोगाय नम:
३६. ॐ ह्रीं योगविदे नम:
३७. ॐ ह्रीं विदुषे नम:
३८. ॐ ह्रीं विधात्रे नम:
३९. ॐ ह्रीं सुविधये नम:
४०. ॐ ह्रीं सुधिये नम:
४१. ॐ ह्रीं क्षांतिभाजे नम:
४२. ॐ ह्रीं पृथिवीमूर्त्तये नम:
४३. ॐ ह्रीं शांतिभाजे नम:
४४. ॐ ह्रीं सलिलात्मकाय नम: ४५. ॐ ह्रीं वायुमूर्त्तये नम:
४६. ॐ ह्रीं असंगात्मने नम:
४७. ॐ ह्रीं वन्हिमूर्तये नम:
४८. ॐ ह्रीं अधर्मदहे नम:
४९. ॐ ह्रीं सुयज्वने नम:
५०. ॐ ह्रीं यजमानात्मने नम:
५१. ॐ ह्रीं सुत्वने नम:
५२. ॐ ह्रीं सुत्रामपूजिताय नम: ५३. ॐ ह्रीं ऋत्विजे नम:
५४. ॐ ह्रीं यज्ञपतये नम:
५५. ॐ ह्रीं याज्याय नम:
५६. ॐ ह्रीं यज्ञाङ्गाय नम:
५७. ॐ ह्रीं अमृताय नम:
५८. ॐ ह्रीं हविषे नम:
५९. ॐ ह्रीं व्योममूर्तये नम:
६०. ॐ ह्रीं अमूर्तात्मने नम:
६१. ॐ ह्रीं निर्लेपाय नम:
६२. ॐ ह्रीं निर्मलाय नम:
६३. ॐ ह्रीं अचलाय नम:
६४. ॐ ह्रीं सोममूर्तये नम:
६५. ॐ ह्रीं सुसौम्यात्मने नम:
६६. ॐ ह्रीं सूर्यमूर्तये नम:
६७. ॐ ह्रीं महाप्रभाय नम: ६८. ॐ ह्रीं मंत्रविदे नम: ६९. ॐ ह्रीं मंत्रकृते नम:
७०. ॐ ह्रीं मंत्रिणे नम:
७१. ॐ ह्रीं मंत्रमूर्तये नम: ७२. ॐ ह्रीं अनंतगाय नम:
७३. ॐ ह्रीं स्वतंत्राय नम: ७४. ॐ ह्रीं तंत्रकृते नम: ७५. ॐ ह्रीं स्वंताय नम: ७६. ॐ ह्रीं कृतांतांताय नम: ७७. ॐ ह्रीं कृतान्तकृते नम: ७८. ॐ ह्रीं कृतिने नम:
७९. ॐ ह्रीं कृतार्थाय नम: ८०. ॐ ह्रीं सत्कृत्याय नम:
८१. ॐ ह्रीं कृतकृत्याय नम:
८२. ॐ ह्रीं कृतक्रतवे नम:
८३. ॐ ह्रीं नित्याय नम:
८४. ॐ ह्रीं मृत्युंजयाय नम:
८५. ॐ ह्रीं अमृत्यवे नम:
८६. ॐ ह्रीं अमृतात्मने नम:
८७. ॐ ह्रीं अमृतोद्भवाय नम:
८८. ॐ ह्रीं ब्रह्मनिष्ठाय नम:
८९. ॐ ह्रीं परब्रह्मणे नम:
९०. ॐ ह्रीं ब्रह्मात्मने नम:
९१. ॐ ह्रीं ब्रह्मसंभवाय नम: ९२. ॐ ह्रीं महाब्रह्मपतये नम: ९३. ॐ ह्रीं ब्रह्मेजे नम:
९४. ॐ ह्रीं महाब्रह्मपदेश्वराय नम: ९५. ॐ ह्रीं सुप्रसन्नाय नम: ९६. ॐ ह्रीं प्रसन्नात्मने नम: ९७. ॐ ह्रीं ज्ञानधर्मदमप्रभवे नम: ९८. ॐ ह्रीं प्रशमात्मने नम: ९९. ॐ ह्रीं प्रशान्तात्मने नम: १००. ॐ ह्रीं पुराणपुरुषोत्तमाय नम:
(४)
१. ॐ ह्रीं महाशोकध्वजाय नम: २. ॐ ह्रीं अशोकाय नम ३. ॐ ह्रीं काय नम:
४. ॐ ह्रीं स्रष्ट्रे नम:
५. ॐ ह्रीं पद्मविष्टराय नम: ६. ॐ ह्रीं पद्मेशाय नम:
७. ॐ ह्रीं पद्मसंभूतये नम: ८. ॐ ह्रीं पद्मनाभये नम: ९. ॐ ह्रीं अनुत्तराय नम: १०. ॐ ह्रीं पद्मयोनये नम: ११. ॐ ह्रीं जगद्योनये नम: १२. ॐ ह्रीं इत्याय नम:
१३. ॐ ह्रीं स्तुत्याय नम: १४. ॐ ह्रीं स्तुतीश्वराय नम: १५. ॐ ह्रीं स्तवनार्हाय नम: १६. ॐ ह्रीं हृषीकेशाय नम: १७. ॐ ह्रीं जितजेयाय नम: १८. ॐ ह्रीं कृतक्रियाय नम:
१९. ॐ ह्रीं गणाधिपाय नम: २०. ॐ ह्रीं गणज्येष्ठाय नम: २१. ॐ ह्रीं गण्याय नम:
२२. ॐ ह्रीं पुण्याय नम: २३. ॐ ह्रीं गणाग्रण्ये नम: २४. ॐ ह्रीं गुणाकराय नम:
२५. ॐ ह्रीं गुणांभोधये नम: २६. ॐ ह्रीं गुणज्ञाय नम: २७. ॐ ह्रीं गुणनायकाय नम:
२८. ॐ ह्रीं गुणादरिणे नम:
२९. ॐ ह्रीं गुणोच्छेदिने नम:
३०. ॐ ह्रीं निर्गुणाय नम:
३१. ॐ ह्रीं पुण्यगिरे नम:
३२. ॐ ह्रीं गुणाय नम:
३३. ॐ ह्रीं शरण्याय नम:
३४. ॐ ह्रीं पुण्यवाचे नम:
३५. ॐ ह्रीं पूताय नम:
३६. ॐ ह्रीं वरेण्याय नम:
३७. ॐ ह्रीं पुण्यनायकाय नम: ३८. ॐ ह्रीं अगण्याय नम:
३९. ॐ ह्रीं पुण्यधिये नम:
४०. ॐ ह्रीं गुण्याय नम:
४१. ॐ ह्रीं पुण्यकृते नम:
४२. ॐ ह्रीं पुण्यशासनाय नम:
४३. ॐ ह्रीं धर्मारामाय नम:
४४. ॐ ह्रीं गुणग्रामाय नम:
४५. ॐ ह्रीं पुण्यापुण्यनिरोधकाय नम: ४६. ॐ ह्रीं पापापेताय नम:
४७. ॐ ह्रीं विपापात्मने नम:
४८. ॐ ह्रीं विपाप्मने नम:
४९. ॐ ह्रीं वीतकल्मषाय नम:
५०. ॐ ह्रीं निर्द्वंद्वाय नम:
५१. ॐ ह्रीं निमर्दाय नम:
५२. ॐ ह्रीं शांताय नम:
५३. ॐ ह्रीं निर्मोहाय नम:
५४. ॐ ह्रीं निरुपद्रवाय नम:
५५. ॐ ह्रीं निर्निमेषाय नम:
५६. ॐ ह्रीं निराहाराय नम:
५७. ॐ ह्रीं निष्क्रियाय नम:
५८. ॐ ह्रीं निरुपप्लवाय नम:
५९. ॐ ह्रीं निष्कलंकाय नम:
६०. ॐ ह्रीं निरस्तैनसे नम:
६१. ॐ ह्रीं निर्धूतागसे नम:
६२. ॐ ह्रीं निरास्रवाय नम:
६३. ॐ ह्रीं विशालाय नम:
६४. ॐ ह्रीं विपुलज्योतिषे नम: ६५. ॐ ह्रीं अतुलाय नम:
६६. ॐ ह्रीं अचिंत्यवैभवाय नम:
६७. ॐ ह्रीं सुसंवृताय नम:
६८. ॐ ह्रीं सुगुप्तात्मने नम:
६९. ॐ ह्रीं सुभुजे नम:
७०. ॐ ह्रीं सुनयतत्त्वविदे नम: ७१. ॐ ह्रीं एकविद्याय नम: ७२. ॐ ह्रीं महाविद्याय नम:
७३. ॐ ह्रीं मुनये नम:
७४. ॐ ह्रीं परिवृढ़ाय नम: ७५. ॐ ह्रीं पत्ये नम:
७६. ॐ ह्रीं धीशाय नम: ७७. ॐ ह्रीं विद्यानिधये नम: ७८. ॐ ह्रीं साक्षिणे नम:
७९. ॐ ह्रीं विनेत्रे नम:
८०. ॐ ह्रीं विहतान्तकाय नम: ८१. ॐ ह्रीं पित्रे नम:
८२. ॐ ह्रीं पितामहाय नम: ८३. ॐ ह्रीं पात्रे नम:
८४. ॐ ह्रीं पवित्राय नम:
८५. ॐ ह्रीं पावनाय नम: ८६. ॐ ह्रीं गतये नम:
८७. ॐ ह्रीं त्रात्रे नम:
८८. ॐ ह्रीं भिषग्वराय नम:
८९. ॐ ह्रीं वर्याय नम:
९०. ॐ ह्रीं वरदाय नम:
९१. ॐ ह्रीं परमाय नम:
९२. ॐ ह्रीं पुंसे नम:
९३. ॐ ह्रीं कवये नम:
९४. ॐ ह्रीं पुराणपुरुषाय नम: ९५. ॐ ह्रीं वर्षीयसे नम: ९६. ॐ ह्रीं वृषभाय नम: ९७. ॐ ह्रीं पुरवे नम:
९८. ॐ ह्रीं प्रतिष्ठाप्रसवाय नम: ९९. ॐ ह्रीं हेतवे नम:
१००. ॐ ह्रीं भुवनैकपितामहाय नम:
(५)
१. ॐ ह्रीं श्रीवृक्षलक्षणाय नम: २. ॐ ह्रीं श्लक्ष्णाय नम: ३. ॐ ह्रीं लक्षण्याय नम:
४. ॐ ह्रीं शुभलक्षणाय नम:
५. ॐ ह्रीं निरक्षाय नम: ६. ॐ ह्रीं पुंडरीकाक्षाय नम:
७. ॐ ह्रीं पुष्कलाय नम: ८. ॐ ह्रीं पुष्करेक्षणाय नम: ९. ॐ ह्रीं सिद्धिदाय नम: १०. ॐ ह्रीं सिद्धसंकल्पाय नम: ११. ॐ ह्रीं सिद्धात्मने नम:
१२. ॐ ह्रीं सिद्धसाधनाय नम:
१३. ॐ ह्रीं बुद्धबोध्याय नम:
१४. ॐ ह्रीं महाबोधये नम:
१५. ॐ ह्रीं वर्द्धमानाय नम:
१६. ॐ ह्रीं महर्द्धिकाय नम:
१७. ॐ ह्रीं वेदांगाय नम:
१८. ॐ ह्रीं वेदविदे नम:
१९. ॐ ह्रीं वेद्याय नम:
२०. ॐ ह्रीं जातरूपाय नम:
२१. ॐ ह्रीं विदांवराय नम:
२२. ॐ ह्रीं वेदवेद्याय नम:
२३. ॐ ह्रीं स्वसंवेद्याय नम:
२४. ॐ ह्रीं विवेदाय नम:
२५. ॐ ह्रीं वदतांवराय नम:
२६. ॐ ह्रीं अनादिनिधनाय नम: २७. ॐ ह्रीं व्यक्ताय नम:
२८. ॐ ह्रीं व्यक्तवाचे नम:
२९. ॐ ह्रीं व्यक्तशासनाय नम: ३०. ॐ ह्रीं युगादिकृते नम:
३१. ॐ ह्रीं युगाधाराय नम:
३२. ॐ ह्रीं युगादये नम:
३३. ॐ ह्रीं जगदादिजाय नम:
३४. ॐ ह्रीं अतींद्राय नम:
३५. ॐ ह्रीं अतीन्द्रियाय नम:
३६. ॐ ह्रीं धींद्राय नम:
३७. ॐ ह्रीं महेन्द्राय नम:
३८. ॐ ह्रीं अतीन्द्रियार्थदृशे नम: ३९. ॐ ह्रीं अनिन्द्रियाय नम:
४०. ॐ ह्रीं अहमिंद्रार्च्याय नम: ४१. ॐ ह्रीं महेन्द्रमहिताय नम: ४२. ॐ ह्रीं महते नम:
४३. ॐ ह्रीं उद्भवाय नम:
४४. ॐ ह्रीं कारणाय नम:
४५. ॐ ह्रीं कर्त्रे नम:
४६. ॐ ह्रीं पारगाय नम:
४७. ॐ ह्रीं भवतारकाय नम:
४८. ॐ ह्रीं अग्राह्याय नम:
४९. ॐ ह्रीं गहनाय नम:
५०. ॐ ह्रीं गुह्याय नम:
५१. ॐ ह्रीं परार्घ्याय नम:
५२. ॐ ह्रीं परमेश्वराय नम:
५३. ॐ ह्रीं अनंतर्द्धये नम:
५४. ॐ ह्रीं अमेयर्द्धये नम:
५५. ॐ ह्रीं अचिंत्यर्द्धये नम:
५६. ॐ ह्रीं समग्रधिये नम:
५७. ॐ ह्रीं प्राग्रयाय नम:
५८. ॐ ह्रीं प्राग्र्हराय नम:
५९. ॐ ह्रीं अभ्यग्राय नम:
६०. ॐ ह्रीं प्रत्यग्राय नम:
६१. ॐ ह्रीं अग्राय नम:
६२. ॐ ह्रीं अग्रिमाय नम:
६३. ॐ ह्रीं अग्रजाय नम:
६४. ॐ ह्रीं महातपसे नम:
६५. ॐ ह्रीं महातेजसे नम:
६६. ॐ ह्रीं महोदर्काय नम:
६७. ॐ ह्रीं महोदयाय नम:
६८. ॐ ह्रीं महायशसे नम:
६९. ॐ ह्रीं महाधाम्ने नम:
७०. ॐ ह्रीं महासत्त्वाय नम:
७१. ॐ ह्रीं महाधृतये नम: ७२. ॐ ह्रीं महाधैर्याय नम:
७३. ॐ ह्रीं महावीर्याय नम: ७४. ॐ ह्रीं महासंपदे नम: ७५. ॐ ह्रीं महाबलाय नम: ७६. ॐ ह्रीं महाशक्तये नम: ७७. ॐ ह्रीं महाज्योतिषे नम: ७८. ॐ ह्रीं महाभूतये नम:
७९. ॐ ह्रीं महाद्युतये नम: ८०. ॐ ह्रीं महामतये नम: ८१. ॐ ह्रीं महानीतये नम:
८२. ॐ ह्रीं महाक्षांतये नम: ८३. ॐ ह्रीं महादयाय नम: ८४. ॐ ह्रीं महाप्राज्ञाय नम:
८५. ॐ ह्रीं महाभागाय नम: ८६. ॐ ह्रीं महानंदाय नम: ८७. ॐ ह्रीं महाकवये नम: ८८. ॐ ह्रीं महामहसे नम: ८९. ॐ ह्रीं महाकीर्तये नम: ९०. ॐ ह्रीं महाकांतये नम:
९१. ॐ ह्रीं महावपुषे नम: ९२. ॐ ह्रीं महादानाय नम:
९३. ॐ ह्रीं महाज्ञानाय नम:
९४. ॐ ह्रीं महायोगाय नम:
९५. ॐ ह्रीं महागुणाय नम:
९६. ॐ ह्रीं महामहपतये नम:
९७. ॐ ह्रीं प्राप्तमहाकल्याण- पंचकाय नम:
९८. ॐ ह्रीं महाप्रभवे नम: ९९. ॐ ह्रीं महाप्रातिहार्याधीशाय नम: १००. ॐ ह्रीं महेश्वराय नम:
(६)
१. ॐ ह्रीं महामुनये नम: २. ॐ ह्रीं महामौनिने नम: ३. ॐ ह्रीं महाध्यानाय नम: ४. ॐ ह्रीं महादमाय नम: ५. ॐ ह्रीं महाक्षमाय नम: ६. ॐ ह्रीं महाशीलाय नम:
७. ॐ ह्रीं महायज्ञाय नम:
८. ॐ ह्रीं महामखाय नम:
९. ॐ ह्रीं महाव्रतपतये नम:
१०. ॐ ह्रीं मह्याय नम:
११. ॐ ह्रीं महाकांतिधराय नम: १२. ॐ ह्रीं अधिपाय नम:
१३. ॐ ह्रीं महामैत्रीमयाय नम: १४. ॐ ह्रीं अमेयाय नम: १५. ॐ ह्रीं महोपायाय नम: १६. ॐ ह्रीं महोमयाय नम: १७. ॐ ह्रीं महाकारुणिकाय नम: १८. ॐ ह्रीं मंत्रे नम:
१९. ॐ ह्रीं महामंत्राय नम: २०. ॐ ह्रीं महायतये नम: २१. ॐ ह्रीं महानादाय नम:
२२. ॐ ह्रीं महाघोषाय नम: २३. ॐ ह्रीं महेज्याय नम: २४. ॐ ह्रीं महसांपतये नम:
२५. ॐ ह्रीं महाध्वरधराय नम: २६. ॐ ह्रीं धुर्याय नम:
२७. ॐ ह्रीं महोदार्याय नम: २८. ॐ ह्रीं महिष्ठवाचे नम: २९. ॐ ह्रीं महात्मने नम: ३०. ॐ ह्रीं महसांधाम्ने नम: ३१. ॐ ह्रीं महर्षये नम:
३२. ॐ ह्रीं महितोदयाय नम: ३३. ॐ ह्रीं महाक्लेशांकुशाय नम: ३४. ॐ ह्रीं शूराय नम:
३५. ॐ ह्रीं महाभूतपतये नम:
३६. ॐ ह्रीं गुरवे नम:
३७. ॐ ह्रीं महापराक्रमाय नम: ३८. ॐ ह्रीं अनंताय नम:
३९. ॐ ह्रीं महाक्रोधरिपवे नम: ४०. ॐ ह्रीं वशिने नम:
४१. ॐ ह्रीं महाभवाब्धिसंतारिणे नम: ४२. ॐ ह्रीं महामोहाद्रिसूदनाय नम:
४३. ॐ ह्रीं महागुणाकराय नम: ४४. ॐ ह्रीं क्षांताय नम:
४५. ॐ ह्रीं महायोगीश्वराय नम: ४६. ॐ ह्रीं शमिने नम:
४७. ॐ ह्रीं महाध्यानपतये नम: ४८. ॐ ह्रीं ध्यानमहाधर्मणे नम:
४९. ॐ ह्रीं महाव्रताय नम:
५०. ॐ ह्रीं महाकर्मारिघ्ने नम:
५१. ॐ ह्रीं आत्मज्ञाय नम:
५२. ॐ ह्रीं महादेवाय नम:
५३. ॐ ह्रीं महेशित्रे नम:
५४. ॐ ह्रीं सर्वक्लेशापहाय नम:
५५. ॐ ह्रीं साधवे नम:
५६. ॐ ह्रीं सर्वदोषहराय नम:
५७. ॐ ह्रीं हराय नम:
५८. ॐ ह्रीं असंख्येयाय नम:
५९. ॐ ह्रीं अप्रमेयात्मने नम:
६०. ॐ ह्रीं शमात्मने नम:
६१. ॐ ह्रीं प्रशमाकराय नम:
६२. ॐ ह्रीं सर्वयोगीश्वराय नम:
६३. ॐ ह्रीं अचिंत्याय नम:
६४. ॐ ह्रीं श्रुतात्मने नम:
६५. ॐ ह्रीं विष्टरश्रवसे नम:
६६. ॐ ह्रीं दान्तात्मने नम:
६७. ॐ ह्रीं दमतीर्थेशाय नम:
६८. ॐ ह्रीं योगात्मने नम:
६९. ॐ ह्रीं ज्ञानसर्वगाय नम:
७०. ॐ ह्रीं प्रधानाय नम:
७१. ॐ ह्रीं आत्मने नम:
७२. ॐ ह्रीं प्रकृतये नम:
७३. ॐ ह्रीं परमाय नम:
७४. ॐ ह्रीं परमोदयाय नम: ७५. ॐ ह्रीं प्रक्षीणबन्धाय नम: ७६. ॐ ह्रीं कामारये नम: ७७. ॐ ह्रीं क्षेमकृते नम: ७८. ॐ ह्रीं क्षेमशासनाय नम:
७९. ॐ ह्रीं प्रणवाय नम: ८०. ॐ ह्रीं प्रणताय नम: ८१. ॐ ह्रीं प्राणाय नम:
८२. ॐ ह्रीं प्राणदाय नम: ८३. ॐ ह्रीं प्रणतेश्वराय नम: ८४. ॐ ह्रीं प्रमाणाय नम:
८५. ॐ ह्रीं प्रणिधये नम: ८६. ॐ ह्रीं दक्षाय नम:
८७. ॐ ह्रीं दक्षिणाय नम: ८८. ॐ ह्रीं अध्वर्यवे नम: ८९. ॐ ह्रीं अध्वराय नम: ९०. ॐ ह्रीं आनंदाय नम:
९१. ॐ ह्रीं नंदनाय नम: ९२. ॐ ह्रीं नंदाय नम:
९३. ॐ ह्रीं वंद्याय नम:
९४. ॐ ह्रीं अनिंद्याय नम: ९५. ॐ ह्रीं अभिनंदनाय नम: ९६. ॐ ह्रीं कामघ्ने नम: ९७. ॐ ह्रीं कामदाय नम: ९८. ॐ ह्रीं काम्याय नम: ९९. ॐ ह्रीं कामधेनवे नम: १००. ॐ ह्रीं अरिञ्जयाय नम:
(७)
१. ॐ ह्रीं असंस्कृतसुसंस्काराय नम: २. ॐ ह्रीं प्राकृताय नम: ३. ॐ ह्रीं वैकृतांतकृते नम: ४. ॐ ह्रीं अंतकृते नम: ५. ॐ ह्रीं कांतिगवे नम: ६. ॐ ह्रीं कांताय नम:
७. ॐ ह्रीं चिंतामणये नम: ८. ॐ ह्रीं अभीष्टदाय नम: ९. ॐ ह्रीं अजिताय नम:
१०. ॐ ह्रीं जितकामारये नम:
११. ॐ ह्रीं अमिताय नम:
१२. ॐ ह्रीं अमितशासनाय नम:
१३. ॐ ह्रीं जितक्रोधाय नम:
१४. ॐ ह्रीं जितामित्राय नम:
१५. ॐ ह्रीं जितक्लेशाय नम:
१६. ॐ ह्रीं जितान्तकाय नम:
१७. ॐ ह्रीं जिनेन्द्राय नम: १८. ॐ ह्रीं परमानंदाय नम:
१९. ॐ ह्रीं मुनीन्द्राय नम: २०. ॐ ह्रीं दुंदुभिस्वनाय नम: २१. ॐ ह्रीं महेंद्रवंद्याय नम:
२२. ॐ ह्रीं योगीन्द्राय नम: २३. ॐ ह्रीं यतीन्द्राय नम: २४. ॐ ह्रीं नाभिनंदनाय नम:
२५. ॐ ह्रीं नाभेयाय नम: २६. ॐ ह्रीं नाभिजाय नम: २७. ॐ ह्रीं अजाताय नम: २८. ॐ ह्रीं सुव्रताय नम: २९. ॐ ह्रीं मनवे नम:
३०. ॐ ह्रीं उत्तमाय नम: ३१. ॐ ह्रीं अभेद्याय नम: ३२. ॐ ह्रीं अनत्याय नम: ३३. ॐ ह्रीं अनाश्वते नम:
३४. ॐ ह्रीं अधिकाय नम:
३५. ॐ ह्रीं अधिगुरवे नम:
३६. ॐ ह्रीं सुधिये नम:
३७. ॐ ह्रीं सुमेधसे नम:
३८. ॐ ह्रीं विक्रमिणे नम:
३९. ॐ ह्रीं स्वामिने नम:
४०. ॐ ह्रीं दुराधर्षाय नम:
४१. ॐ ह्रीं निरुत्सुकाय नम:
४२. ॐ ह्रीं विशिष्टाय नम:
४३. ॐ ह्रीं शिष्टभुजे नम:
४४. ॐ ह्रीं शिष्टाय नम:
४५. ॐ ह्रीं प्रत्ययाय नम:
४६. ॐ ह्रीं कामनाय नम:
४७. ॐ ह्रीं अनघाय नम:
४८. ॐ ह्रीं क्षेमिने नम:
४९. ॐ ह्रीं क्षेमंकराय नम:
५०. ॐ ह्रीं अक्षय्याय नम:
५१. ॐ ह्रीं क्षेमधर्मपतये नम:
५२. ॐ ह्रीं क्षमिने नम:
५३. ॐ ह्रीं अग्राह्याय नम:
५४. ॐ ह्रीं ज्ञाननिग्राह्याय नम:
५५. ॐ ह्रीं ध्यानगम्याय नम:
५६. ॐ ह्रीं निरुत्तराय नम:
५७. ॐ ह्रीं सुकृतिने नम:
५८. ॐ ह्रीं धातवे नम:
५९. ॐ ह्रीं इज्यार्हाय नम:
६०. ॐ ह्रीं सुनयाय नम:
६१. ॐ ह्रीं चतुराननाय नम:
६२. ॐ ह्रीं श्रीनिवासाय नम:
६३. ॐ ह्रीं चतुर्वक्त्राय नम:
६४. ॐ ह्रीं चतुरास्याय नम:
६५. ॐ ह्रीं चतुर्मुखाय नम:
६६. ॐ ह्रीं सत्यात्मने नम:
६७. ॐ ह्रीं सत्यविज्ञानाय नम: ६८. ॐ ह्रीं सत्यवाचे नम:
६९. ॐ ह्रीं सत्यशासनाय नम:
७०. ॐ ह्रीं सत्याशिषे नम:
७१. ॐ ह्रीं सत्यसंधानाय नम: ७२. ॐ ह्रीं सत्याय नम:
७३. ॐ ह्रीं सत्यपरायणाय नम: ७४. ॐ ह्रीं स्थेयसे नम:
७५. ॐ ह्रीं स्थवीयसे नम:
७६. ॐ ह्रीं नेदीयसे नम: ७७. ॐ ह्रीं दवीयसे नम: ७८. ॐ ह्रीं दूरदर्शनाय नम:
७९. ॐ ह्रीं अणोरणीयसे नम: ८०. ॐ ह्रीं अनणवे नम: ८१. ॐ ह्रीं गरीयसामाद्यगुरवे नम:
८२. ॐ ह्रीं सदायोगाय नम: ८३. ॐ ह्रीं सदाभोगाय नम: ८४. ॐ ह्रीं सदातृप्ताय नम:
८५. ॐ ह्रीं सदाशिवाय नम: ८६. ॐ ह्रीं सदागतये नम: ८७. ॐ ह्रीं सदासौख्याय नम: ८८. ॐ ह्रीं सदाविद्याय नम: ८९. ॐ ह्रीं सदोदयाय नम: ९०. ॐ ह्रीं सुघोषाय नम:
९१. ॐ ह्रीं सुमुखाय नम: ९२. ॐ ह्रीं सौम्याय नम: ९३. ॐ ह्रीं सुखदाय नम:
९४. ॐ ह्रीं सुहिताय नम: ९५. ॐ ह्रीं सुहृते नम:
९६. ॐ ह्रीं सुगुप्ताय नम: ९७. ॐ ह्रीं गुप्तिभृते नम: ९८. ॐ ह्रीं गोप्त्रे नम:
९९. ॐ ह्रीं लोकाध्यक्षाय नम: १००. ॐ ह्रीं दमीश्वराय नम:
(८)
१. ॐ ह्रीं बृहद्बृहस्पतये नम: २. ॐ ह्रीं वाग्मिने नम: ३. ॐ ह्रीं वाचस्पतये नम: ४. ॐ ह्रीं उदारधिये नम:
५. ॐ ह्रीं मनीषिणे नम:
६. ॐ ह्रीं धिषणाय नम:
७. ॐ ह्रीं धीमते नम:
८. ॐ ह्रीं शेमुषीशाय नम:
९. ॐ ह्रीं गिरांपतये नम:
१०. ॐ ह्रीं नैकरूपाय नम: ११. ॐ ह्रीं नयोत्तुङ्गाय नम: १२. ॐ ह्रीं नैकात्मने नम:
१३. ॐ ह्रीं नैकधर्मकृते नम:
१४. ॐ ह्रीं अविज्ञेयाय नम:
१५. ॐ ह्रीं अप्रतर्क्यात्मने नम: १६. ॐ ह्रीं कृतज्ञाय नम:
१७. ॐ ह्रीं कृतलक्षणाय नम:
१८. ॐ ह्रीं ज्ञानगर्भाय नम:
१९. ॐ ह्रीं दयागर्भाय नम:
२०. ॐ ह्रीं रत्नगर्भाय नम:
२१. ॐ ह्रीं प्रभास्वराय नम:
२२. ॐ ह्रीं पद्मगर्भाय नम:
२३. ॐ ह्रीं जगद्गर्भाय नम:
२४. ॐ ह्रीं हेमगर्भाय नम:
२५. ॐ ह्रीं सुदर्शनाय नम: २६. ॐ ह्रीं लक्ष्मीवते नम: २७. ॐ ह्रीं त्रिदशाध्यक्षाय नम: २८. ॐ ह्रीं द्रढीयसे नम: २९. ॐ ह्रीं इनाय नम:
३०. ॐ ह्रीं ईशित्रे नम:
३१. ॐ ह्रीं मनोहराय नम:
३२. ॐ ह्रीं मनोज्ञांगाय नम:
३३. ॐ ह्रीं धीराय नम:
३४. ॐ ह्रीं गंभीरशासनाय नम: ३५. ॐ ह्रीं धर्मयूपाय नम:
३६. ॐ ह्रीं दयायागाय नम:
३७. ॐ ह्रीं धर्मनेमये नम:
३८. ॐ ह्रीं मुनीश्वराय नम:
३९. ॐ ह्रीं धर्मचक्रायुधाय नम: ४०. ॐ ह्रीं देवाय नम:
४१. ॐ ह्रीं कर्मघ्ने नम:
४२. ॐ ह्रीं धर्मघोषणाय नम:
४३. ॐ ह्रीं अमोघवाचे नम:
४४. ॐ ह्रीं अमोघाज्ञाय नम:
४५. ॐ ह्रीं निर्मलाय नम:
४६. ॐ ह्रीं अमोघशासनाय नम: ४७. ॐ ह्रीं सुरूपाय नम:
४८. ॐ ह्रीं सुभगाय नम:
४९. ॐ ह्रीं त्यागिने नम:
५०. ॐ ह्रीं समयज्ञाय नम:
५१. ॐ ह्रीं समाहिताय नम:
५२. ॐ ह्रीं सुस्थिताय नम:
५३. ॐ ह्रीं स्वास्थ्यभाजे नम:
५४. ॐ ह्रीं स्वस्थाय नम:
५५. ॐ ह्रीं नीरजस्काय नम:
५६. ॐ ह्रीं निरुद्धवाय नम:
५७. ॐ ह्रीं अलेपाय नम:
५८. ॐ ह्रीं निष्कलंकात्मने नम: ५९. ॐ ह्रीं वीतरागाय नम:
६०. ॐ ह्रीं गतस्पृहाय नम:
६१. ॐ ह्रीं वश्येन्द्रियाय नम:
६२. ॐ ह्रीं विमुक्तात्मने नम:
६३. ॐ ह्रीं नि:सपत्नाय नम:
६४. ॐ ह्रीं जितेन्द्रियाय नम:
६५. ॐ ह्रीं प्रशान्ताय नम:
६६. ॐ ह्रीं अनंतधामर्षये नम:
६७. ॐ ह्रीं मंगलाय नम:
६८. ॐ ह्रीं मलघ्ने नम:
६९. ॐ ह्रीं अनघाय नम:
७०. ॐ ह्रीं अनीदृशे नम:
७१. ॐ ह्रीं उपमाभूताय नम:
७२. ॐ ह्रीं दिष्टये नम:
७३. ॐ ह्रीं दैवाय नम:
७४. ॐ ह्रीं अगोचराय नम:
७५. ॐ ह्रीं अमूर्त्ताय नम:
७६. ॐ ह्रीं मूर्तिमते नम:
७७. ॐ ह्रीं एकाय नम:
७८. ॐ ह्रीं नैकाय नम:
७९. ॐ ह्रीं नानैकतत्त्वदृशे नम: ८०. ॐ ह्रीं अध्यात्मगम्याय नम: ८१. ॐ ह्रीं अगम्यात्मने नम:
८२. ॐ ह्रीं योगविदे नम: ८३. ॐ ह्रीं योगिवंदिताय नम:
८४. ॐ ह्रीं सर्वत्रगाय नम:
८५. ॐ ह्रीं सदाभाविने नम: ८६. ॐ ह्रीं त्रिकालविषयार्थदृशे नम: ८७. ॐ ह्रीं शंकराय नम: ८८. ॐ ह्रीं शंवदाय नम: ८९. ॐ ह्रीं दान्ताय नम: ९०. ॐ ह्रीं दमिने नम:
९१. ॐ ह्रीं क्षांतिपरायणाय नम: ९२. ॐ ह्रीं अधिपाय नम: ९३. ॐ ह्रीं परमानंदाय नम:
९४. ॐ ह्रीं परात्मज्ञाय नम: ९५. ॐ ह्रीं परापराय नम: ९६. ॐ ह्रीं त्रिजगद्वल्लभाय नम: ९७. ॐ ह्रीं अभ्यर्च्याय नम: ९८. ॐ ह्रीं त्रिजगन्मंगलोदयाय नम: ९९. ॐ ह्रीं त्रिजगत्पतिपूजांघ्रये नम: १००. ॐ ह्रीं त्रिलोकाग्रशिखामणये नम:
(९)
१. ॐ ह्रीं ित्रकालदर्शिने नम: २. ॐ ह्रीं लोकेशाय नम: ३. ॐ ह्रीं लोकधात्रे नम: ४. ॐ ह्रीं दृढव्रताय नम: ५. ॐ ह्रीं सर्वलोकातिगाय नम: ६. ॐ ह्रीं पूज्याय नम:
७. ॐ ह्रीं सर्वलोवैâकसारथये नम: ८. ॐ ह्रीं पुराणाय नम:
९. ॐ ह्रीं पुरुषाय नम:
१०. ॐ ह्रीं पूर्वाय नम:
११. ॐ ह्रीं कृतपूर्वांगविस्तराय नम: १२. ॐ ह्रीं आदिदेवाय नम:
१३. ॐ ह्रीं पुराणाद्याय नम:
१४. ॐ ह्रीं पुरुदेवाय नम:
१५. ॐ ह्रीं अधिदेवतायै नम: १६. ॐ ह्रीं युगमुख्याय नम: १७. ॐ ह्रीं युगज्येष्ठाय नम:
१८. ॐ ह्रीं युगादिस्थितिदेशकाय नम:
१९. ॐ ह्रीं कल्याणवर्णाय नम: २०. ॐ ह्रीं कल्याणाय नम:
२१. ॐ ह्रीं कल्याय नम:
२२. ॐ ह्रीं कल्याणलक्षणाय नम: २३. ॐ ह्रीं कल्याणप्रकृतये नम: २४. ॐ ह्रीं दीप्रकल्याणात्मने नम:
२५. ॐ ह्रीं विकल्मषाय नम:
२६. ॐ ह्रीं विकलंकाय नम:
२७. ॐ ह्रीं कलातीताय नम:
२८. ॐ ह्रीं कलिलघ्नाय नम:
२९. ॐ ह्रीं कलाधराय नम:
३०. ॐ ह्रीं देवदेवाय नम:
३१. ॐ ह्रीं जगन्नाथाय नम:
३२. ॐ ह्रीं जगद्बंधवे नम:
३३. ॐ ह्रीं जगद्विभवे नम: ३४. ॐ ह्रीं जगद्धितैषिणे नम: ३५. ॐ ह्रीं लोकज्ञाय नम: ३६. ॐ ह्रीं सर्वगाय नम:
३७. ॐ ह्रीं जगदग्रजाय नम: ३८. ॐ ह्रीं चराचरगुरवे नम: ३९. ॐ ह्रीं गोप्याय नम:
४०. ॐ ह्रीं गूढात्मने नम:
४१. ॐ ह्रीं गूढगोचराय नम:
४२. ॐ ह्रीं सद्योजाताय नम:
४३. ॐ ह्रीं प्रकाशात्मने नम:
४४. ॐ ह्रीं ज्वलज्वलनसप्रभाय नम: ४५. ॐ ह्रीं आदित्यवर्णाय नम: ४६. ॐ ह्रीं भर्माभाय नम:
४७. ॐ ह्रीं सुप्रभाय नम:
४८. ॐ ह्रीं कनकप्रभाय नम:
४९. ॐ ह्रीं सुवर्णवर्णाय नम:
५०. ॐ ह्रीं रुक्माभाय नम:
५१. ॐ ह्रीं सूर्यकोटिसमप्रभाय नम:
५२. ॐ ह्रीं तपनीयनिभाय नम: ५३. ॐ ह्रीं तुुंगाय नम:
५४. ॐ ह्रीं बालार्काभाय नम:
५५. ॐ ह्रीं अनलप्रभाय नम:
५६. ॐ ह्रीं संध्याभ्रबभ्रवे नम:
५७. ॐ ह्रीं हेमाभाय नम:
५८. ॐ ह्रीं तप्तचामीकरच्छवये नम: ५९. ॐ ह्रीं निष्टप्तकनकच्छायाय नम: ६०. ॐ ह्रीं कनत्कांचनसन्निभाय नम:
६१. ॐ ह्रीं हिरण्यवर्णाय नम:
६२. ॐ ह्रीं स्वर्णाभाय नम:
६३. ॐ ह्रीं शातकुंभनिभप्रभाय नम: ६४. ॐ ह्रीं द्युम्नाभाय नम:
६५. ॐ ह्रीं जातरूपाभाय नम:
६६. ॐ ह्रीं तप्तजांबूनदद्युतये नम:
६७. ॐ ह्रीं सुधौतकलधौतश्रिये नम: ६८. ॐ ह्रीं प्रदीप्ताय नम:
६९. ॐ ह्रीं हाटकद्युतये नम:
७०. ॐ ह्रीं शिष्टेष्टाय नम:
७१. ॐ ह्रीं पुष्टिदाय नम:
७२. ॐ ह्रीं पुष्टाय नम:
७३. ॐ ह्रीं स्पष्टाय नम:
७४. ॐ ह्रीं स्पष्टाक्षराय नम:
७५. ॐ ह्रीं क्षमाय नम:
७६. ॐ ह्रीं शत्रुघ्नाय नम:
७७. ॐ ह्रीं अप्रतिघाय नम:
७८. ॐ ह्रीं अमोघाय नम:
७९. ॐ ह्रीं प्रशास्त्रे नम:
८०. ॐ ह्रीं शासित्रे नम:
८१. ॐ ह्रीं स्वभुवे नम:
८२. ॐ ह्रीं शांतिनिष्ठाय नम:
८३. ॐ ह्रीं मुनिज्येष्ठाय नम:
८४. ॐ ह्रीं शिवतातये नम:
८५. ॐ ह्रीं शिवप्रदाय नम: ८६. ॐ ह्रीं शांतिदाय नम: ८७. ॐ ह्रीं शांतिकृते नम: ८८. ॐ ह्रीं शांतये नम:
८९. ॐ ह्रीं कांतिमते नम: ९०. ॐ ह्रीं कामितप्रदाय नम:
९१. ॐ ह्रीं श्रेयोनिधये नम: ९२. ॐ ह्रीं अधिष्ठानाय नम: ९३. ॐ ह्रीं अप्रतिष्ठाय नम:
९४. ॐ ह्रीं प्रतिष्ठिताय नम: ९५. ॐ ह्रीं सुस्थिराय नम: ९६. ॐ ह्रीं स्थावराय नम: ९७. ॐ ह्रीं स्थास्नवे नम: ९८. ॐ ह्रीं प्रथीयसे नम: ९९. ॐ ह्रीं प्रथिताय नम: १००. ॐ ह्रीं पृथवे नम:
(१०)
१. ॐ ह्रीं दिग्वाससे नम: २. ॐ ह्रीं वातरशनाय नम: ३. ॐ ह्रीं निर्ग्रन्थेशाय नम: ४. ॐ ह्रीं निरंबराय नम: ५. ॐ ह्रीं नििंष्कचनाय नम: ६. ॐ ह्रीं निराशंसाय नम:
७. ॐ ह्रीं ज्ञानचक्षुषे नम: ८. ॐ ह्रीं अमोमुहाय नम: ९. ॐ ह्रीं तेजोराशये नम: १०. ॐ ह्रीं अनंतौजसे नम: ११. ॐ ह्रीं ज्ञानाब्धये नम: १२. ॐ ह्रीं शीलसागराय नम:
१३. ॐ ह्रीं तेजोमयाय नम:
१४. ॐ ह्रीं अमितज्योतिषे नम: १५. ॐ ह्रीं ज्योतिमूर्तये नम:
१६. ॐ ह्रीं तमोपहाय नम:
१७. ॐ ह्रीं जगच्चूड़ामणये नम: १८. ॐ ह्रीं दीप्ताय नम:
१९. ॐ ह्रीं शंवदे नम:
२०. ॐ ह्रीं विघ्नविनायकाय नम: २१. ॐ ह्रीं कलिघ्नाय नम:
२२. ॐ ह्रीं कर्मशत्रुघ्नाय नम:
२३. ॐ ह्रीं लोकालोकप्रकाशकाय नम: २४. ॐ ह्रीं अनिद्रालवे नम:
२५. ॐ ह्रीं अतन्द्रालवे नम:
२६. ॐ ह्रीं जागरूकाय नम:
२७. ॐ ह्रीं प्रमामयाय नम:
२८. ॐ ह्रीं लक्ष्मीपतये नम:
२९. ॐ ह्रीं जगज्ज्योतिषे नम:
३०. ॐ ह्रीं धर्मराजाय नम:
३१. ॐ ह्रीं प्रजाहिताय नम:
३२. ॐ ह्रीं मुमुक्षवे नम:
३३. ॐ ह्रीं बंधमोक्षज्ञाय नम:
३४. ॐ ह्रीं जिताक्षाय नम:
३५. ॐ ह्रीं जितमन्मथाय नम:
३६. ॐ ह्रीं प्रशांतरसशैलूषाय नम:
३७. ॐ ह्रीं भव्यपेटकनायकाय नम: ३८. ॐ ह्रीं मूलकर्त्रे नम:
३९. ॐ ह्रीं अखिलज्योतिषे नम: ४०. ॐ ह्रीं मलघ्यान नम:
४१. ॐ ह्रीं मूलकारणाय नम: ४२. ॐ ह्रीं आप्ताय नम:
४३. ॐ ह्रीं वागीश्वराय नम: ४४. ॐ ह्रीं श्रेयसे नम:
४५. ॐ ह्रीं श्रायसोक्तये नम: ४६. ॐ ह्रीं निरुक्तवाचे नम: ४७. ॐ ह्रीं प्रवक्त्रे नम:
४८. ॐ ह्रीं वचसामीशाय नम:
४९. ॐ ह्रीं मारजिते नम: ५०. ॐ ह्रीं विश्वभावविदे नम: ५१. ॐ ह्रीं सुतनवे नम:
५२. ॐ ह्रीं तनुनिर्मुक्ताय नम:
५३. ॐ ह्रीं सुगताय नम:
५४. ॐ ह्रीं हतदुर्नयाय नम:
५५. ॐ ह्रीं श्रीशाय नम:
५६. ॐ ह्रीं श्रीश्रितपादाब्जाय नम: ५७. ॐ ह्रीं वीतभिये नम:
५८. ॐ ह्रीं अभयंकराय नम:
५९. ॐ ह्रीं उत्सन्नदोषाय नम:
६०. ॐ ह्रीं निर्विघ्नाय नम:
६१. ॐ ह्रीं निश्चलाय नम:
६२. ॐ ह्रीं लोकवत्सलाय नम: ६३. ॐ ह्रीं लोकोत्तराय नम:
६४. ॐ ह्रीं लोकपतये नम:
६५. ॐ ह्रीं लोकचक्षुषे नम:
६६. ॐ ह्रीं अपारधिये नम:
६७. ॐ ह्रीं धीरधिये नम:
६८. ॐ ह्रीं बुद्धसन्मार्गाय नम: ६९. ॐ ह्रीं शुद्धाय नम:
७०. ॐ ह्रीं सूनृतपूतवाचे नम:
७१. ॐ ह्रीं प्रज्ञापारमिताय नम: ७२. ॐ ह्रीं प्राज्ञाय नम:
७३. ॐ ह्रीं यतये नम:
७४. ॐ ह्रीं नियमितेंद्रियाय नम: ७५. ॐ ह्रीं भदन्ताय नम:
७६. ॐ ह्रीं भद्रकृते नम:
७७. ॐ ह्रीं भद्राय नम:
७८. ॐ ह्रीं कल्पवृक्षाय नम:
७९. ॐ ह्रीं वरप्रदाय नम:
८०. ॐ ह्रीं समुन्मूलितकर्मारये नम: ८१. ॐ ह्रीं कर्मकाष्ठाशुशुक्षणये नम:
८२. ॐ ह्रीं कर्मण्याय नम:
८३. ॐ ह्रीं कर्मठाय नम:
८४. ॐ ह्रीं प्रांशवे नम:
८५. ॐ ह्रीं हेयादेयविचक्षणाय नम: ८६. ॐ ह्रीं अनंतशक्तये नम:
८७. ॐ ह्रीं अच्छेद्याय नम:
८८. ॐ ह्रीं त्रिपुरारये नम:
८९. ॐ ह्रीं त्रिलोचनाय नम:
९०. ॐ ह्रीं त्रिनेत्राय नम:
९१. ॐ ह्रीं त्र्यंबकाय नम:
९२. ॐ ह्रीं त्र्यक्षाय नम:
९३. ॐ ह्रीं केवलज्ञानवीक्षणाय नम:
९४. ॐ ह्रीं समंतभद्राय नम:
९५. ॐ ह्रीं शांतारये नम: ९६. ॐ ह्रीं धर्माचार्याय नम: ९७. ॐ ह्रीं दयानिधये नम: ९८. ॐ ह्रीं सूक्ष्मदर्शिने नम: ९९. ॐ ह्रीं जितानंगाय नम: १००. ॐ ह्रीं कृपालवे नम: १०१. ॐ ह्रीं धर्मदेशकाय नम: १०२. ॐ ह्रीं शुभंयवे नम:
१०३. ॐ ह्रीं सुखसाद्भूताय नम: १०४. ॐ ह्रीं पुण्यराशये नम: १०५. ॐ ह्रीं अनामयाय नम: १०६. ॐ ह्रीं धर्मपालाय नम: १०७. ॐ ह्रीं जगत्पालाय नम: १०८. ॐ ह्रीं धर्मसाम्राज्यनायकाय नम:
इति सहस्रनाममंत्रा: