Jambudweep - 7599289809
encyclopediaofjainism@gmail.com
About Us
Facebook
YouTube
Encyclopedia of Jainism
  • विशेष आलेख
  • पूजायें
  • जैन तीर्थ
  • अयोध्या

विश्व की शान: भगवान् ऋषभदेव और वर्द्धमान!

August 4, 2017जैनधर्म की गौरव गाथाjambudweep

 

विश्व की शान- भगवान् ऋषभदेव और वर्द्धमान

—डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन्
(भारत के राष्ट्रपति)

 

भारतीय साहित्य में अनेक प्रमाण उपलब्ध हैं जो बताते हैं कि बहुत पहले से ही, प्रथम शताब्दी (ईसा पूर्व) से ही ऐसे लोग थे जो ऋषभदेव प्रथम तीर्थंकर की उपासना करते थे। इसमें किसी प्रकार का संशय नहीं कि वर्द्धमान अथवा पार्श्वनाथ के पूर्व से ही जैनधर्म प्रचलित था ।यजुर्वेद में ऋषभ, अजितनाथ एवं अरिष्टनेमि तीन तीर्थंकरों के नाम उल्लिखित हैं ।भागवत् पुराण इस विचार का समर्थन करता है कि ऋषभदेव जैनधर्म के प्रवर्तक थे ।

Previous post विनोबा भावे पर जैनधर्म का प्रभाव! Next post तीर्थ शिरोमणि : श्री गिरनार जी!
Privacy Policy