![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
नाम एवं पता |
श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, मन्दारगिर मु. मन्दारगिर, पो. बौसी, जिला- बाँका (बिहार) पिन – 813124 |
टेलीफोन | 09525472865 (पर्वत प्रबन्धक), 095070 26319 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ |
आवास :कमरे ( अटैच बाथरूम) – 10, कमरे (बिना बाथरूम ) – 02, बड़ा हॉल – 2, मिनी हॉल 1, ए.सी. एवं कुलर कमरे – 06, यात्री ठहराने की कुल क्षमता 200. भोजनशाला : सशुल्क, नियमित, विद्यालय : नहीं, औषधालय : नहीं , पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन |
रेल्वे स्टेशन : मन्दार हिल ०कि.मी., जसीडीह 75 कि.मी. बौसी – 1/2 कि.मी. बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : भागलपुर से 50 कि.मी. रेल अथवा सड़क मार्ग से । जसीडीह देवधर से सड़क मार्ग 75 कि.मी. |
निकटतम प्रमुख नगर | भागलपुर 50 कि.मी., देवधर 70 कि.मी., बाँका 15कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था |
संस्था : श्री बिहार स्टेट दि. जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष : श्री अजयकुमार जैन, पटना (09334396920) मंत्री : श्री श्रीचन्द पाटनी, भागलपुर 812002, (0641-2423870(0), 2420967 (R), 093346 01181) प्रबन्धक : श्री पवन जैन, मन्दारगिर (09507026319) |
क्षेत्र का महत्व |
क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 08 (पर्वत पर 5 एवं तलहटी में 3 ) क्षेत्र पर पहाड़ : है (1.5 कि.मी. खड़ा पहाड़ है, डोली की व्यवस्था है ) पर्वत तलहटी पर यात्री गाड़ियों हेतु पार्किंग सुविधा है। साथ ही सुविधा घर एवं आराम हेतु 2 कमरे हैं। ऐतिहासिकता : बारहवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य स्वामी के तप, ज्ञान एवं निर्वाण कल्याणक यहाँ हुए हैं। हिन्दू मान्यता के अनुसार समुद्र मंथन के समय इसी पर्वत को राई बनाया गया था। विशेष आयोजन : भादों सुदी चौदस को निर्वाण महोत्सव (रथ यात्रा) मनाया जाता है। अन्य : मनोहर उद्यान में मानस्तम्भ एवं चौबीस टॉक निर्माणाधीन |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | श्री सम्मेदशिखरजी – 225 कि.मी., चम्पापुरीजी 54 कि.मी., गुणावाँ 225 कि.मी., पावापुरी – 250 कि.मी., राजगिर- 300 कि.मी., कुण्डलपुर- 270 कि.मी. देवधर – बाबाधाम एवं जैन मंदिर, जसीडीह- आरोग्यधाम, भागलपुर – दि. जैन मंदिर |