नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, कोल्हुआ पहाड़ ग्राम / पोस्ट – दन्तार, तह.- जोरी, जिला- चतरा (झारखंड) पिन – 825401 |
टेलीफोन | 9001342105, 9304286186 (आशीष जैन) |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ |
आवास : कमरे (अटैच बाथरूम ) – x, कमरे (बिना बाथरूम) – 5 , हाल- 01, (यात्री क्षमता – 50) भोजनशाला : हैं , विद्यालय : नहीं , औषधालय : हैं , पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : गया (बिहार) 70 कि.मी. (सशुल्क जीप उपलब्ध) घांघरी मोड़ 6 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : गया शहर से 32 कि.मी. दक्षिण स्थित डोभी गांव से चतरा जाने से सड़क मार्ग पर 26 कि.मी. घंघरी गांव है। यहाँ से 9 कि.मी. वाहन पक्की सड़क दन्तार गांव तक जाती है। |
निकटतम प्रमुख नगर | चतरा 20 कि.मी., गया- 70 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : कोल्हुआ पहाड़ तीर्थक्षेत्र कमेटी, गया
अध्यक्ष : श्री कन्हैयालाल सेठी, औरंबागाद (06186-223149) मंत्री : श्री धरमचंद रारा क्षेत्रीय मंत्री : श्री विजयकुमार छाबड़ा, गया ( 9304857844) क्षेत्र पर कार्यरत कर्मचारी : श्री नरेश जैन (09006342105) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02 (एक मंदिर धर्मशाला में एवं एक मंदिर पहाड़ पर है)
क्षेत्र पर पहाड़ : है (3 कि.मी. पर्वत की चढ़ाई है) डोली की व्यवस्था है, 900 सीढ़ियाँ है । ऐतिहासिकता : दसवें तीर्थंकर भगवान शीतलनाथजी के तप और ज्ञान कल्याणक यहाँ हुए हैं। विश्वास किया जाता है कि निर्वाण काण्ड में वर्णित ‘कोटिशिला’ क्षेत्र यही है। एक मान्यतानुसार कोल्हुआ पहाड़ से 810 कि.मी. पर मोदल गाँव ही प्राचीन भद्रिकापुरी है। यहाँ भगवान शीतलनाथ के गर्भ व जन्म कल्याणक हुए हैं। विशेष जानकारी : यह पारसगिरि तीर्थक्षेत्र के नाम से भी जाना : जाता है। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | श्री गुणावाँजी 116 कि.मी. श्री पावापुरीजी 146 कि.मी., राजगिरि 170 कि.मी. श्री सम्मेदशिखरजी 100 कि.मी., श्री कुंडलपुरजी 126 कि.मी., मठ घोघरा – 10 कि.मी. (पश्चिम दिशा में), चम्पापुर, देवघर |