नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, सम्मेदशिखरजी पो.- मधुबन, जिला- गिरिडीह (झारखंड) पिन – 825329 |
टेलीफोन | बीसपंथी कोठी 06558232228, 232209, 09801433599, 07739397175 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे ( अटैच बाथरूम) – 280 कमरे (बिना बाथरूम) – 300,गेस्ट हाऊस 15 हाल-30,यात्री ठहराने की कुल क्षमता 4500
भोजनशाला : नियमित, सशुल्क एवं निःशुल्क , विद्यालय : हैं , औषधालय : हैं , पुस्तकालय : हैं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : पार्श्वनाथ- 23 कि.मी., गिरिडीह 32 कि.मी. गिरिडीहबस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : गिरिडीह से मेन लाइन पर मधुबन से गया कलकत्ता मार्ग पर पारसनाथ रेल्वे स्टेशन से मधुबन । |
निकटतम प्रमुख नगर | गिरिडीह 32 कि.मी., ईसरी 23 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर कमेटी बीसपंथी कोठीअध्यक्ष : श्री अजयकुमार जैन, देवाश्रम, आरा (0612-2221258)
मंत्री :मंत्री श्री अरविन्द आर. दोशी, मुम्बई मेला मंत्री : श्री महावीरप्रसाद सेठी (06557235889) प्रबन्धक : श्री सुधाकर के. अन्नदाते (09860016913) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 24 टोंक तथा 2 मन्दिर पर्वत परक्षेत्र पर पहाड़ : है (9 कि.मी. चढ़ाई, 9 कि.मी. वन्दना, 9 कि.मी. उतराई, कुल 27 कि.मी. ) डोली व्यवस्था है।
ऐतिहासिकता : सम्मेदाचल महापवित्र तथा शाश्वत निर्वाणभूमि है। अनन्त तीर्थंकर अपनी अमृतवाणी और दिव्य दर्शन से इस तीर्थ को पवित्र बना चुके हैं। वर्तमान चौबीसी के 20 तीर्थकर यहाँ से मोक्ष गये हैं। पर्वत पर जल मन्दिर व चोपड़ाकुण्ड पर भी मंदिर है। मधुबन तलहटी में अनेक भव्य जिनालय व धर्मशालाएँ हैं। पर्वत वन्दना के लिये डाक बंगले पर यात्रियों के रहने की सुविधा है। महत्ता ‘एक बार बन्दे जो कोई, ताको नरक पशु गति नहीं होई ।’ |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | पावापुरी – 225 कि.मी., गुणावाँ 200 कि.मी., कुण्डलपुर- 250 कि.मी., – राजगिर 235 कि.मी. |
विशेष जानकारी | बीस तीर्थंकरों की निर्वाणभूमि सम्मेदशिखर शाश्वत निर्वाण भूमि होने के कारण तीर्थराज की संज्ञा से विभूषित है। इसकी गरिमा के अनुरूप इस क्षेत्र पर सर्वाधिक तीर्थयात्री आते हैं। फलतः अनेक जिनालयों, धर्मशालाओं, यात्रीनिवासों का मधुबन तलहटी में निर्माण किया गया है। इन जिनालयों एवं धर्मशालाओं आदि की व्यवस्था हेतु अनेक संस्थाएँ / कमेटियाँ कार्यरत हैं। |
शिखरजी |
इनमें से प्रमुख संस्थाएँ एवं उनके दूरभाष नम्बर निम्नांकित हैं- 01. दिगम्बर जैन तेरापंथी कोठी 06558232291/232292, 08651950768 शिखरजी 02. मध्यलोक शोध संस्थान 06558232257, 09471972887 03. उत्तर प्रदेश प्रकाश भवन 06558 232366/67/71, 09431509723 04. दिगम्बर जैन शाश्वत भवन 06558-232377, (232314 भोजनशाला ), 09608188948 05. दिगम्बर जैन म्यूजियम शोध समिति 06558-232253 / 09631003339 06. आचार्य सुमतिसागर त्यागीव्रती आश्रम 06558-232261, 09431885291 07. राजस्व डाक बंगला 09431973270 08. दि. जैन यात्री निवास तीर्थक्षेत्र कमेटी 06558-232265, 08102761253 09. दि. जैन तारण तरण कोठी 094319-73981, 09608190111 10. दि. जैन लमॅच मैत्रीय भवन 06558 232403, 09425336353 11. श्री अणिंदा पार्श्वनाथ भवन 06558 232215, 09430165703 12. सन्मति साधना सदन 06558232218 13. श्री दिगम्बर जैन शाश्वत विहार ( निहारिका ) 06558-232378, 09431395497 14. श्री भारतीय दिगम्बर जैन त्रियोग आश्रम-06558-232252 15. श्री कुन्दकुन्द कहान नगर 06558-232449, 07250536682 16-06558-232438, 0852 16 19430, 09471580119. 17. भरत – कुसुम मोदी भवन 08877112656, 06558-232347 18. भा. दि. जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी 06558-232270 232370, 09431387704 19. आ. शान्तिसागर धाम 08292797023, 0925953391 20. जहाज मंदिर (सराक भवन) 09431532387 21. धर्म मंगल जैन विद्यापीठ 06558-232230 232306 22. भोमिया भवन 06558 232203, 09431506203 23. कच्छी धर्मशाला-06558-232225, 09431506208 24. दि. जैन समवशरण मंदिर 09905339602 25. दि. जैन तीस चौबीसी मंदिर 09430165495 |
ईसरी बाजार |
पारसनाथ रेलवे स्टेशन के समीप धर्मशालाएँ हैं, जिनमें चार जिनालय, व्रती आश्रम एवं समाधि स्थल गणेश प्रसाद वर्णी, जिनेन्द्र प्रसाद वर्णी एवं महिला आश्रम है। 1. बीसपंथी कोठी, ईसरी बाजार 06558233254, 0943078446 2. तेरापंथी कोठी, ईसरी बाजार 06558233228, 08969166934 3. उदासीन आश्रम, ईसरी बाजार 09308125312, 0943035083 |