नाम एवं पता | श्री 1008 चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, बिजौरी ग्राम- बिजौरी, तहसील पाटन, जिला जबलपुर (मध्यप्रदेश) पिन – 483113 |
टेलीफोन | विमल जैन – 9993905227, पप्पु जी 7879548201 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ |
आवास : कमरे (अटैच बाथरूम) – 4, कमरे (बिना बाथरूम) – x हाल 1 ( यात्री क्षमता 100), गेस्ट हाउस – x यात्री ठहराने की कुल क्षमता 150. भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : नहीं, औषधालय : नहीं, पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : मदन महल, जबलपुर 30 कि.मी., श्रीधाम- 25कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : बिजौरी जबलपुर से चरगंवा रोड़ पर 18 कि.मी. बिजौरी मेन रोड़ पर स्थित है पक्का मार्ग |
निकटतम प्रमुख नगर | जबलपुर – 30 कि.मी., गोटेगांव – 30 कि.मी |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री 1008 चन्द्रप्रभु दि. जैन अतिशय क्षेत्र, बिजौरी
अध्यक्ष : श्री पवनकुमार जैन मंत्री : श्री धरमचन्द जैन प्रबन्धक : श्री मुकेश आत्मज श्री अच्छेलाल जैन |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01
क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : 22 मई 1997 को आये भूकम्प की पूर्व सूचना भगवान श्री चन्द्रप्रभु ने ग्राम निवासी पवनकुमार को स्वप्न में दे दी थी कि रात्रि में भूकम्प आने वाला है, खुदे पड़े गड्ढों में कालम भरवाकर व्यवस्था बना लो, जो तत्काल कर ली गई। रात में भीषण भूकम्प तो आया लेकिन समवशरण में कोई आंच नहीं आई, जबकि शिखर सहित बहुत नुकसान हुआ। सन् 1998 में चोरी की नीयत से आये चार चोर चन्द्रप्रभु की प्रतिमा उठा भी नहीं सके। उनकी आँखों में अंधेरा छा गया। चोर 24 घंटे के अन्दर पुलिस द्वारा पकड़ लिये गये। श्री चन्द्रप्रभु भगवान के गर्भगृह से वाद्यों की आवाज आती है। कभी-कभी रात्रि में केशर वर्षा भी होती है। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | मढ़ियाजी – 25 कि.मी., कोनीजी – 55 कि.मी., तिलवारा घाट गौशाला – 20 कि.मी., भेड़ाघाट (घुवांधार) – 15 कि.मी., पनागर – 45 कि.मी., बंदर कुदनी – 17 कि.मी |