नाम एवं पता | श्री 1008 शांतिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, ईशुरवारा ग्राम – ईशुरवारा (जरूवाखेडा), तहसील एवं जिला – सागर (म.प्र.) पिन – 470115 |
टेलीफोन | 097545 71273, 07582-269186, 099775 41326 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ |
आवास : कमरे (अटैच बाथरूम ) – 11, कमरे (बिना बाथरूम) – 7 हाल- 2 (यात्री क्षमता 100), गेस्ट हाउस – x यात्री ठहराने की कुल क्षमता 200. भोजनशाला : नहीं, विद्यालय : नहीं, औषधालय : नहीं, पुस्तकालय : हैं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : ईशुरवारा 3.5 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : ईशुरवारा 0.5 एवं किशनपुरा 3.5 कि.मी. सागर खुरई रोड़ के मध्य में ईशुरवारा तथा है। सड़क मार्ग सागर किशनपुरा ईशुरवारा, खुरई किशनपुरा ईशुरवारा |
निकटतम प्रमुख नगर | सागर 25 कि.मी., खुरई – 25 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री 1008 शांतिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, ईशुरवारा
अध्यक्ष : श्री देवेन्द्रकुमार जैन (07584-283331, 09926948940) मंत्री : श्री मुन्नालाल जैन (07582-233598, 093008-07598) प्रबन्धक : श्री संतोषकुमार जैन (09754571273) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02
क्षेत्र पर पहाड़ : है। 800 मीटर पक्की सड़क है। वाहन जाते है। ऐतिहासिकता : सन् 1600 ई. में श्री पाणाशाह द्वारा पहाड़ी पर निर्मित जिन मन्दिर है। इसमें शांतिनाथ, कुंथुनाथ, अरहनाथ, चन्द्रप्रभु व नेमिनाथ भगवान की खड्गासन प्रतिमाएँ हैं । धर्मशाला व पहाड़ी का विकास कार्य प्रगति पर है। मुनि पुंगव श्री 108 सुधासागरजी की जन्म स्थली है। मुख्य मंदिर का द्वार 12 फीट ऊँचा कर दिया है। वार्षिक मेले : 1. वसंत पंचमी पर विमान उत्सव समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र 2. जेठवदी चतुर्दशी को निर्वाण महोत्सव |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | सागर- 30 कि.मी., नैनागिरि 57 कि.मी., द्रोणगिरि 100 कि.मी., अहारजी, पपौराजी, पजनारी 30 कि.मी., रहली पटनागंज 65 कि.मी., भाग्योदय तीर्थ 25 कि.मी., बीना बारा 105 कि.मी. |