नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, सोनागिरिजी ग्राम- सोनागिरि (सिनावल), तहसील / जिला – दतिया (मध्यप्रदेश) पिन – 475685 |
टेलीफोन | 07522-262222 (कार्यालय) 262223 (मंत्री), 09425726867 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ |
आवास : कमरे (अटैच बाथरूम) – 65, कमरे (बिना बाथरूम) – 20 हाल 3, (छात्रावास 50 बच्चे ) गेस्ट हाऊस 1 यात्री ठहराने की कुल क्षमता 1000 अन्य सुविधा : कुन्दकुन्द नगर, अटैच (70 कमरे) 262307 कमरे-65, गेस्ट हाउस – 13 विशाल धर्मशाला (70 कमरे) 262375 कुन्दकुन्द नगर तेरापंथी कोठी भोजनशाला : है, नि शुल्क, औषधालय : है, पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : सोनागिरि 3 कि.मी. क्षेत्र की ओर से नियमित बस उपलब्ध
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : दतिया – 15 कि.मी. सड़क व रेलमार्ग से स्टेशन – 3 कि.मी, दतिया, ग्वालियर-झाँसी हेतु सड़क मार्ग 5 कि.मी. |
निकटतम प्रमुख नगर | दतिया 15 कि.मी., ग्वालियर – 65.कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री दि. जैन सिद्धक्षेत्र सोनागिरि संरक्षिणी कमेटी
अध्यक्ष : श्री प्रदीप जैन, दिल्ली ( 011-23310198,23350120) मंत्री : श्री ज्ञानचन्द जैन, अधिवक्ता, ग्वालियर ( 09425724835 ) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : प्राचीन 77 जिनालय, नन्दीश्वर द्वीप एवं 3 नवीन जिनालय, कुल 80, तलहटी में 27 जिनालय
क्षेत्र पर पहाड़ : है (84 सीढ़ियाँ है एवं डोली की व्यवस्था है) ऐतिहासिकता : यह एक सिद्धक्षेत्र है। यहाँ से नंग, अनंग कुमार सहित साढ़े पांच कोटि मुनि चतुर्थकाल में मोक्ष पधारे थे। 8वें तीर्थकर भगवान चन्द्रप्रभु जी का समवशरण भी कई बार यहाँ आया है। यहाँ उनकी सातिशय प्रतिमाएँ विराजमान हैं। मन्दिर क्र. 57 में मूलनायक प्रतिमा चन्द्रप्रभु की 3 मीटर ऊँची, खड्गासन, अतिशययुक्त विराजमान है। पहाड़ पर नारियलकुंड व बाजनी शिला आकर्षण का केन्द्र है। पहाड़ प्रदक्षिणा का घेरा – 3 कि.मी. है। प्रतिवर्ष होली पर चैत्रबदी एकम से पंचमी तक मेला लगता है। श्री नंदीश्वर द्वीप की भव्य रचना दर्शनीय है। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | ग्वालियर व समस्त बुन्देलखंड की यात्राएँ। प्यावलजी 50 कि.मी., गोपाचल – ग्वालियर – 65 कि.मी., सिंहोनिया- 120 कि.मी., करगुवा झाँसी (उ.प्र.) – 50कि.मी. महावीरजी 300 कि.मी., प्रति दिन बस उपलब्ध । |