नाम एवं पता | श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन (पहाड़) मन्दिर, एलोरा (वेरूल) / श्री पा.ब्र. आश्रम (गुरुकुल) तहसील – खुलताबाद, जिला औरंगाबाद (महाराष्ट्र) पिन – 431102 |
टेलीफोन | 02437244590, (प्रबन्धक) 08605934056 Email: info@ellorajaingurukul.com, Website: www.ellorajaingurukul.com |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे (अटैच बाथरूम ) – 7, कमरे (बिना बाथरूम) – 10 हाल 4 ( यात्री क्षमता 100), गेस्ट हाऊस शासकीय यात्री ठहराने की कुल क्षमता – 200.
भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : है, औषधालय : है, पुस्तकालय : है |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : औरंगाबाद- 30 कि.मी., चालीसगांव- 60 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : औरंगाबाद- 30 कि.मी., कन्नड़ 30कि.मी. रेल व सड़क दोनों मार्ग से औरंगाबाद होते हुए |
निकटतम प्रमुख नगर | औरंगाबाद 30 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था |
संस्था :(1) श्री पार्श्वनाथ ब्रह्मचर्याश्रम (गुरुकुल), एलोरा, जि. औरंगाबाद (2) श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर (पहाड़) जैन मन्दिर, एलोरा अध्यक्ष : श्री वर्धमानजी पाण्डे (02437-244411, 09422706726) मंत्री : डॉ. प्रेमचंद मंगलचंद पाटनी (09422706726) प्रबन्धक : श्री पलाश शिरिश पाटनी (08605934056) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02
क्षेत्र पर पहाड़ : है (.5 कि.मी. की चढ़ाई है) 350 सीढ़िया है। ऐतिहासिकता : विश्वविख्यात एलोरा गुफाओं में बौद्ध, हिन्दू, जैन धर्म की गुफाएँ हैं । नं. 30 से 34 तक जैन गुफाएँ वास्तुकला, शिल्पकला, चित्रकला की उत्कृष्ट धरोहर हैं। 16 नंबर की कैलाश गुफा विश्वविख्यात है। 950 वर्ष प्राचीन भगवान पार्श्वनाथ की अर्द्ध पद्मासन प्रतिमा विशेष उल्लेखनीय है। विशेष जानकारी : पहाड़ पर 16 फुट ऊँची भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा सातिशय एवं अद्वितीय है। यहाँ छात्रावास (200 छात्र), विद्यालय भवन, आरोग्य-धाम अतिथि गृह व सुन्दर जिनालय बने हैं। दि. जैन की गुरुकुल भी है जो आचार्य श्री समंतभद्र महाराज एवं आचार्य श्री आर्यनंदि महाराज की प्रेरणा से चल रहा वार्षिक मेला : श्रावण शुक्ल सप्तमी (भ. पार्श्वनाथ मोक्ष कल्याणक) |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | जटवाड़ा जैनगिरि – 25 कि.मी., कचनेर 65 कि.मी., कुंथलगिरि 240 कि.मी., पैठण – 80 कि.मी., मांगीतुंगी व गजपंथा- 180 कि.मी., जिंतूर (नेमगिरि) – 200 कि.मी. |