नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, कुन्थुगिरि, दहेमश्री नगर मु. पो.- आलते, हातकणंगले, रामलिंग रोड़, जि. कोल्हापुर (महा.) पिन – 416123 |
टेलीफोन | 0230-2487766,2487500 .: 09921741008, 09921791008 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे ( अटैच बाथरूम ) – 35 , कमरे (बिना बाथरूम) – 20, हाल 1, (यात्री क्षमता – 5000 ), गेस्ट हाऊस – 1, यात्री ठहराने की कुल क्षमता – 1000.
अन्य : 5000 यात्रियों (धर्मानुरागियों) के बैठने की क्षमता वाला प्रवचन हॉल, भव्य बॉटनीकल गार्डन, वृद्ध साधुओं के लिए भारत का एकमात्र विशिष्ट आश्रम भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : नहीं, औषधालय : है, पुस्तकालय : है |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : मिरज, हातकणंगले – 5कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : सांगली ट्रेन से मिरज, मिरज से क्षेत्र निकट है |
निकटतम प्रमुख नगर | इचलकरंजी 15 कि.मी., सांगली – 22 कि.मी., कोल्हापुर- 25 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री गणाधिपति गणधराचार्य कुंथूसागर विद्या शोध संस्थान
अध्यक्ष : श्री आर.के. जैन (09323003006) मंत्री : श्री कैलाशचन्द चांदीवाल |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 09
क्षेत्र पर पहाड़ : है। 7 कि.मी. का घुमावदार रास्ता है। वाहन ऊपर तक जाते है, कुल 11 मंदिर है, खड्गासन की 24 प्रतिमाएँ है। ऐतिहासिकता : यह क्षेत्र सुरम्य पहाड़ी की तलहटी में बना हुआ है। यहाँ की प्रतिमाऐं पूर्ण अतिशय युक्त हैं। मंदिर में चिन्तामणि भगवान पार्श्वनाथ की 9 फुट भव्य मनोहारी प्रतिमा है। जो 108 फणावली से उत्तुंग है। गणधराचार्य मुनि श्री कुन्थुसागर जी महाराज की प्रेरणा से नवोदित तीर्थ विकसित हुआ है। वार्षिक मेले : प्रति पूर्णिमा दोपहर 2 बजे महामस्तकाभिषेक, वार्षिक मेला लगता है। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | कुम्भोज बाहुबली – 12 कि.मी., साजणी पार्श्वनाथ – 10 कि.मी., कोथली – 55 कि.मी., धर्मनगर- 15 कि.मी. |